23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट 2024-25 पर दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा जारी रही। करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शूरवीरों को श्रद्धांजलि दी और उनके पराक्रम को याद किया। बजट के खिलाफ विपक्ष के विरोध के बीच, सरकार लगातार विपक्ष से आग्रह कर रही है कि वह संसदीय कार्यवाही को बाधित न करें। आज भी बजट को लेकर दोनों सदनों में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार देखने को मिली। दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी रहा। मंडल आयोग के मुद्दे पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों की नोकझोंक भी देखने को मिली।
लोकसभा की कार्यवाही
- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पेश केंद्रीय बजट विकसित भारत बनाने में उपयोगी साबित होगा। भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों में सेवा भाव से काम किया है और ऐसी योजनाएं देश को समर्पित की हैं जिनका देश के लोगों को लाभ मिला है। सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने शुक्रवार को दावा किया कि उनके गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में पिछले 60 वर्ष में इतना विकास नहीं हुआ, जितना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दस साल के कार्यकाल में हुआ है।
- लोकसभा में शुक्रवार को बंगाल से जुड़े एक मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों और कर्नाटक में कथित भ्रष्टाचार से जुड़े विषय पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की बैठक करीब 25 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
- कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने शुक्रवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा पेश बजट ‘युवा विरोधी और किसान विरोधी’ है जिसे अमीरों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह सवाल भी किया, ‘‘हरियाणा ने क्या कसूर किया था कि इस बजट में उसकी अनदेखी की गई?’’ जयप्रकाश ने कहा, ‘‘इस बजट में किसान, नौजवान और संविधान के लिए कुछ नहीं है। यह सिर्फ धनवानों के लिए बनाया गया।’’
- स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कैंसर के मामलों में वृद्धि के बीच सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि कैंसर रोगियों के लिए किफायती और सुलभ उपचार उपलब्ध हो। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘कैंसर के मामलों की संख्या बढ़ रही है, यह हर साल लगभग 2.5 प्रतिशत बढ़ रही है।’’
- जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय बजट को विपक्ष द्वारा ‘सरकार बचाओ बजट’ बताए जाने पर शुक्रवार को पलटवार किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ उनकी पार्टी का चुनाव-पूर्व गठबंधन है जो ‘फेविकोल से चिपका हुआ’ है।
- समाजवादी पार्टी (सपा) और एमडीएमके समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने केंद्रीय बजट में राज्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सरकार से कृषि उपकरणों पर लागू जीएसटी को समाप्त करने की मांग की, वहीं कई सांसदों ने अपने-अपने राज्यों को विशेष दर्जा या विशेष पैकेज देने की मांग उठाई। लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए सपा सांसद हरेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि बजट में किसानों को खाद पर कोई सब्सिडी नहीं मिली और आंदोलन के दौरान ‘शहीद’ हुए किसानों के परिवारों को आर्थिक सहायता का भी कोई प्रावधान नहीं किया गया।
राज्यसभा की कार्यवाही
- विपक्ष पर किसानों के मुद्दों पर केवल राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि किसानों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए वह पूरी जिम्मेदारी के साथ अथक परिश्रम करती रहेगी। किसानों को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के दौरान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान के जवाब को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा ‘‘अन्नदाता की इज्जत कीजिये, उसकी सेवा कीजिये, हंगामा कर उसका अपमान मत कीजिये।’’
- राज्यसभा में शुक्रवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने केंद्र सरकार पर बजट के माध्यम से आम लोगों की आकांक्षाओं पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने बेरोजगारी एवं असमानता को दूर करने, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के लिए अधिक बजटीय प्रावधान, दक्षिण के राज्यों पर अधिक ध्यान देने, निजी निवेश को बढ़ाने जैसे मुद्दों पर गौर करने की आवश्यकता पर बल दिया। उच्च सदन में आम बजट 2024-25 एवं जम्मू कश्मीर के बजट पर एक साथ हो रही चर्चा में भाग लेते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के संदोष कुमार पी ने कहा कि यह बजट देश के विभिन्न भागों में रहने वाले लोगों के लिए एक बोझ की तरह है।
- वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि वस्तुओं के मामले में भारत का चीन के साथ सबसे अधिक व्यापार घाटा है, लेकिन 2014-15 से 2023-24 के दौरान यह अंतर उससे पिछले 10 वर्षों की तुलना में कम गति से बढ़ा है।