Jammu-Kashmir में Border के आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों के लिए Modi Sarkar ले आई अच्छे दिन
जम्मू-कश्मीर में दूरदराज के क्षेत्रों में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए मोदी सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बड़ा अभियान छेड़ा हुआ है जिससे आने वाले समय में जनता को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। हम आपको बता दें कि इस समय नियंत्रण रेखा से सटे गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। सीमाई क्षेत्रों के लोगों को दो-तीन किलोमीटर जाकर पानी नहीं लाना पड़े इसके लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी से परियोजना को पूरा करने में लगा हुआ है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हर घर नल से जल अभियान को पूरा करने के लिए जिस तरह अधिकारी सक्रिय हैं वह देखते ही बन रहा है।इसे भी पढ़ें: Amarnath Yatra 2024 के लिए Amit Shah ने दिये सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने के निर्देश, आतंकियों पर नकेल कसने के लिए बनी नई रणनीतिहम आपको बता दें कि मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में विकास की कई परियोजनाएं दीं। खासतौर पर विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के जरिये जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के क्षेत्रों की दशकों पुरानी समस्याओं को
जम्मू-कश्मीर में दूरदराज के क्षेत्रों में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए मोदी सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बड़ा अभियान छेड़ा हुआ है जिससे आने वाले समय में जनता को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। हम आपको बता दें कि इस समय नियंत्रण रेखा से सटे गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। सीमाई क्षेत्रों के लोगों को दो-तीन किलोमीटर जाकर पानी नहीं लाना पड़े इसके लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी से परियोजना को पूरा करने में लगा हुआ है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हर घर नल से जल अभियान को पूरा करने के लिए जिस तरह अधिकारी सक्रिय हैं वह देखते ही बन रहा है।
हम आपको बता दें कि मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में विकास की कई परियोजनाएं दीं। खासतौर पर विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के जरिये जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के क्षेत्रों की दशकों पुरानी समस्याओं को खत्म किया गया है। आज जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के क्षेत्रों या सीमाई इलाकों में जिस तरह का बुनियादी ढांचा देखने को मिल रहा है, वह कुछ समय पहले तक अकल्पनीय था।