मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में 10 वंदे भारत चालक शामिल हुए, यूनियन ने किया स्वागत
लोको पायलट संघ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में वंदे भारत ट्रेनों के 10 चालकों को आमंत्रित किए जाने की सराहना की है। साथ ही संघ ने चालकों के कामकाज के हालात में सुधार की काफी समय से लंबित अपनी मांग भी दोहराई। रेलवे बोर्ड द्वारा शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए 10 रेलवे जोन से चार महिलाओं और छह पुरुष समेत वंदे भारत ट्रेन के 10 लोको पायलटों का चयन करने के बाद, यूनियन ने संतोष व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिला चालकों में मध्य रेलवे से भारत की पहली महिला ट्रेन चालक सुरेखा यादव, पश्चिम मध्य रेलवे से प्रीति साहू, उत्तर पूर्व रेलवे से श्रीनि श्रीवास्तव और दक्षिण रेलवे से ऐश्वर्या मेनन शामिल हैं। अन्य छह लोगों में एएसपी तिर्की (दक्षिण पूर्व रेलवे), स्नेह सिंह बघेल (दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे), एन प्रकाश (दक्षिण मध्य रेलवे), ललित कुमार (दक्षिण पश्चिम रेलवे), सुरेन्द्र पाल सिंह (उत्तर रेलवे) और सत्य राज मंडल (पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे) शामिल हैं। भारतीय रेलवे लोको रनिंगमैन संगठन (आईआरएलआरओ) के महासचिव एम. थिरुमुरुगन ने कहा, “ह

लोको पायलट संघ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में वंदे भारत ट्रेनों के 10 चालकों को आमंत्रित किए जाने की सराहना की है। साथ ही संघ ने चालकों के कामकाज के हालात में सुधार की काफी समय से लंबित अपनी मांग भी दोहराई।
रेलवे बोर्ड द्वारा शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए 10 रेलवे जोन से चार महिलाओं और छह पुरुष समेत वंदे भारत ट्रेन के 10 लोको पायलटों का चयन करने के बाद, यूनियन ने संतोष व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिला चालकों में मध्य रेलवे से भारत की पहली महिला ट्रेन चालक सुरेखा यादव, पश्चिम मध्य रेलवे से प्रीति साहू, उत्तर पूर्व रेलवे से श्रीनि श्रीवास्तव और दक्षिण रेलवे से ऐश्वर्या मेनन शामिल हैं।
अन्य छह लोगों में एएसपी तिर्की (दक्षिण पूर्व रेलवे), स्नेह सिंह बघेल (दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे), एन प्रकाश (दक्षिण मध्य रेलवे), ललित कुमार (दक्षिण पश्चिम रेलवे), सुरेन्द्र पाल सिंह (उत्तर रेलवे) और सत्य राज मंडल (पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे) शामिल हैं।
भारतीय रेलवे लोको रनिंगमैन संगठन (आईआरएलआरओ) के महासचिव एम. थिरुमुरुगन ने कहा, “हम सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन ये प्रतीकात्मक कदम अग्रिम मोर्चे पर तैनात श्रमिकों को वास्तविक राहत नहीं पहुंचाते हैं। लोको पायलटों, विशेष रूप से महिला पायलटों के काम करने की स्थिति दयनीय है और सरकार हमारी सभी मांगों को अनदेखा कर रही है।
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