पहले पिलाया गौमूत्र, फिर छिड़का गंगाजल, BJP में आए पार्षदों का कुछ ऐसे हुआ शुद्धिकरण, MLA भी रहे मौजूद
धर्मनिरपेक्ष भारत में राजनीतिक निष्ठा बदलने की ऐसी धार्मिक प्रक्रिया शायद पहले कभी नहीं देखी गई। दरअसल, भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने राजस्थान में भगवा पार्टी में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार शुद्ध करने की कोशिश कर रहे है। यह अपने आप में अजीब कदम है। हवामहल विधायक ने गुरुवार को जयपुर हेरिटेज नगर निगम की नई महापौर कुसुम यादव को गंगा जल और हनुमान चालीसा और वैदिक मंत्रों का जाप करके शुद्ध किया। इसे भी पढ़ें: जम्मू में CM योगी की हुंकार, बोले- कांग्रेस, NC और PDP ने किया आतंकवाद पनपाने का पाप इतना ही नहीं, उन्होंने भाजपा का समर्थन करने वाले कांग्रेस पार्षदों पर भी गंगाजल छिड़क कर उन्हें 'शुद्ध' किया। उन्हें पीने के लिए गौमूत्र भी दिया गया। इससे पहले मेयर कांग्रेस की मुनेश गुर्जर थीं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें हटा दिया गया था। अब 2019 में बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित कुसुम यादव ने इस पद पर कब्जा कर लिया है। कुसुम यादव ने नवमी तिथि के अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर मेयर की कुर्सी संभाली। इसे भी पढ़ें: 'अब मैं आ गया
धर्मनिरपेक्ष भारत में राजनीतिक निष्ठा बदलने की ऐसी धार्मिक प्रक्रिया शायद पहले कभी नहीं देखी गई। दरअसल, भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने राजस्थान में भगवा पार्टी में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार शुद्ध करने की कोशिश कर रहे है। यह अपने आप में अजीब कदम है। हवामहल विधायक ने गुरुवार को जयपुर हेरिटेज नगर निगम की नई महापौर कुसुम यादव को गंगा जल और हनुमान चालीसा और वैदिक मंत्रों का जाप करके शुद्ध किया।
इतना ही नहीं, उन्होंने भाजपा का समर्थन करने वाले कांग्रेस पार्षदों पर भी गंगाजल छिड़क कर उन्हें 'शुद्ध' किया। उन्हें पीने के लिए गौमूत्र भी दिया गया। इससे पहले मेयर कांग्रेस की मुनेश गुर्जर थीं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें हटा दिया गया था। अब 2019 में बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित कुसुम यादव ने इस पद पर कब्जा कर लिया है। कुसुम यादव ने नवमी तिथि के अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर मेयर की कुर्सी संभाली।
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि पार्षदों को 'गंगाजल से शुद्ध' किया गया है और उनकी 'अशुद्धियां' दूर कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अब वे पूरी तरह से सनातनी हो गए हैं। इस शहर को सुंदर बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे। यहां अधिकारियों का भी शुद्धिकरण हो चुका है। अभी तक अधिकारी भी गंदगी के बीच चल रहे थे। ये उनकी मजबूरी थी कि उनसे ऐसा काम करवाया जा रहा था। बालमुकुंद ने आगे कहा कि अधिकारी अब भ्रष्टाचार से मुक्त हो गये हैं। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी भ्रष्टाचार में शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।