Uttar Pradesh: आकाश आनंद का दावा, हम मायावती को अपने पीएम के रूप में देखते हैं, अखिलेश पर भी साधा निशाना
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि पीएम मोदी क्या कहते हैं, 400 प्लस या 500 प्लस, मतदाताओं से पूछना बेहतर है, आपको वास्तविकता मिल जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे राम मंदिर हो या बाबरी मस्जिद, सब सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हुआ है और मंदिर जनता के पैसे से बना है और उसी तरह मस्जिद भी बनेगी। इसके साथ ही आकाश समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। इसे भी पढ़ें: Meerut में कांग्रेस-भाजपा पर बरसीं मायावती, कहा- बसपा कहने में नहीं, करने में विश्वास रखती हैआकाश आनंद ने कहा कि अखिलेश यादव क्रिकेट फैन हैं और इसलिए वह क्रिकेट की उपमा दे रहे हैं। अगर जमीनी स्तर पर देखें तो वह यह चुनाव उस पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रहे हैं जिसके पास (राज्य में) सिर्फ 2% वोट हैं। आकाश ने कहा कि हम आईएनडीआई गठबंधन की नीतियों से सहमत नहीं हैं। इसलिए हम ये चुनाव अकेले लड़ रहे हैं। सुरक्षा और शिक्षा हमारे लिए प्रमुख मुद्दे हैं। हमें नहीं लगता कि अन्य पार्टियों का एजेंडा हमारे जैसा ही है। इसे भी पढ़ें: Inheritance tax row: सैम पित्रोदा के
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि पीएम मोदी क्या कहते हैं, 400 प्लस या 500 प्लस, मतदाताओं से पूछना बेहतर है, आपको वास्तविकता मिल जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे राम मंदिर हो या बाबरी मस्जिद, सब सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हुआ है और मंदिर जनता के पैसे से बना है और उसी तरह मस्जिद भी बनेगी। इसके साथ ही आकाश समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा।
आकाश आनंद ने कहा कि अखिलेश यादव क्रिकेट फैन हैं और इसलिए वह क्रिकेट की उपमा दे रहे हैं। अगर जमीनी स्तर पर देखें तो वह यह चुनाव उस पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रहे हैं जिसके पास (राज्य में) सिर्फ 2% वोट हैं। आकाश ने कहा कि हम आईएनडीआई गठबंधन की नीतियों से सहमत नहीं हैं। इसलिए हम ये चुनाव अकेले लड़ रहे हैं। सुरक्षा और शिक्षा हमारे लिए प्रमुख मुद्दे हैं। हमें नहीं लगता कि अन्य पार्टियों का एजेंडा हमारे जैसा ही है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को हर किसी और हर पार्टी के बारे में ध्यान देना चाहिए, लेकिन पूर्वाग्रह दिखाई दे रहा है... हम मायावती को अपने पीएम के रूप में देखते हैं। बहुजन समाज उन्हें देश की पहली दलित पीएम के तौर पर देखना चाहता है। आनंद ने कहा कि बसपा जिस समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है, वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी एजेंसियों से लड़ने में सक्षम नहीं है। आनंद ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अपने लोगों, मुख्य मतदाताओं के फायदे या नुकसान को ध्यान में रखते हुए राजनेताओं को निशाना बनाना चुनती हैं।