Thane: केकड़े पकड़ते समय पहाड़ी पर रास्ता भटके पांच लड़कों को सात घंटे के अभियान के बाद बचाया गया
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक पहाड़ी पर केकड़े पकड़ने के दौरान रास्ता भटके पांच लड़कों को कई राहत एजेंसियों ने शुक्रवार रात भर चले संयुक्त अभियान के बाद बचा लिया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि पांचों लड़कों में से तीन भाई हैं और अधिकतर की उम्र लगभग 12 साल है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान सात घंटे तक चला। ठाणे नगर निगम (टीएमसी) के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ (आरडीएमसी) के प्रमुख यासीन तड़वी ने कहा, ‘‘आजाद नगर इलाके में दरगाह गली के पांच लड़के शाम करीब पांच बजे केकड़े पकड़ने के लिए मुंब्रा पहाड़ी पर स्थित खादी मशीन नामक इलाके में गए थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया। उस समय वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने उन्हें मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना, लेकिन वे उन्हें ढूंढ नहीं पाए। बाद में उन्होंने दमकल विभाग को इसकी जानकारी दी।’’ उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद आरडीएमसी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन विभाग और अन्य कर्मियों ने लड़कों को ढूंढने के लिए रात भर तलाश अभियान चलाया। तड़वी ने कहा, ‘‘बचाव अभियान चुनौतीपूर्

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक पहाड़ी पर केकड़े पकड़ने के दौरान रास्ता भटके पांच लड़कों को कई राहत एजेंसियों ने शुक्रवार रात भर चले संयुक्त अभियान के बाद बचा लिया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि पांचों लड़कों में से तीन भाई हैं और अधिकतर की उम्र लगभग 12 साल है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान सात घंटे तक चला। ठाणे नगर निगम (टीएमसी) के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ (आरडीएमसी) के प्रमुख यासीन तड़वी ने कहा, ‘‘आजाद नगर इलाके में दरगाह गली के पांच लड़के शाम करीब पांच बजे केकड़े पकड़ने के लिए मुंब्रा पहाड़ी पर स्थित खादी मशीन नामक इलाके में गए थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया।
उस समय वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने उन्हें मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना, लेकिन वे उन्हें ढूंढ नहीं पाए। बाद में उन्होंने दमकल विभाग को इसकी जानकारी दी।’’ उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद आरडीएमसी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन विभाग और अन्य कर्मियों ने लड़कों को ढूंढने के लिए रात भर तलाश अभियान चलाया।
तड़वी ने कहा, ‘‘बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण था क्योंकि टीम के सदस्यों को अंधेरे और बारिश के बीच खतरनाक पहाड़ी पर चढ़ना पड़ा। देर रात तीन बजे लड़कों को बचा लिया और उन्हें उनके माता-पिता के पास पहुंचा दिया गया।
What's Your Reaction?






