Srinagar में Sharbat-e-Muhabbat पीने के लिए बड़ी संख्या में उमड़ रहे स्थानीय लोग और पर्यटक
श्रीनगर में बुलेवार्ड रोड़ पर वैसे तो पश्मीना शॉल, बिरयानी, मिठाई और जरूरत के अन्य सामानों की दुकानें बड़ी तादाद में हैं लेकिन आजकल यहां सबसे ज्यादा भीड़ शरबत-ए-मोहब्बत वाली दुकान पर देखने को मिल रही है। दरअसल इस बार गर्मी की मार से कश्मीर भी अछूता नहीं रहा है इसलिए लोगों को शरबत-ए-मोहब्बत खूब भा रहा है। शरबत बनाने और बेचने वाले इश्फाक अहमद से जब प्रभासाक्षी संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने पहली बार यह नुस्खा तब सीखा जब वह मुंबई में थे और फिर वापस आकर इस साल श्रीनगर में इसे शुरू किया। इश्फाक ने कहा, "कश्मीर के लोगों को मेरा विशेष पेय बहुत पसंद आया और मैंने पहले ही दिन से अपनी दुकान के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखी।" उन्होंने कहा कि तब से स्थानीय लोग और पर्यटक यहां आते हैं और मेरे शरबत को पीने के अलावा मेरे साथ सेल्फी भी लेते हैं।इसे भी पढ़ें: Kashmir Trade Show में आये कई राज्यों के कारीगर और व्यापारी, स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर लिया हिस्साइशफाक ने शरबत-ए-मोहब्बत की रेसिपी साझा करते हुए बताया कि इस शरबत को बनाने के लिए सबसे पहले तरबूज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटना ह
श्रीनगर में बुलेवार्ड रोड़ पर वैसे तो पश्मीना शॉल, बिरयानी, मिठाई और जरूरत के अन्य सामानों की दुकानें बड़ी तादाद में हैं लेकिन आजकल यहां सबसे ज्यादा भीड़ शरबत-ए-मोहब्बत वाली दुकान पर देखने को मिल रही है। दरअसल इस बार गर्मी की मार से कश्मीर भी अछूता नहीं रहा है इसलिए लोगों को शरबत-ए-मोहब्बत खूब भा रहा है। शरबत बनाने और बेचने वाले इश्फाक अहमद से जब प्रभासाक्षी संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने पहली बार यह नुस्खा तब सीखा जब वह मुंबई में थे और फिर वापस आकर इस साल श्रीनगर में इसे शुरू किया। इश्फाक ने कहा, "कश्मीर के लोगों को मेरा विशेष पेय बहुत पसंद आया और मैंने पहले ही दिन से अपनी दुकान के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखी।" उन्होंने कहा कि तब से स्थानीय लोग और पर्यटक यहां आते हैं और मेरे शरबत को पीने के अलावा मेरे साथ सेल्फी भी लेते हैं।
इशफाक ने शरबत-ए-मोहब्बत की रेसिपी साझा करते हुए बताया कि इस शरबत को बनाने के लिए सबसे पहले तरबूज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटना होगा। फिर इन टुकड़ों को दूध में डाला जाता है, जिसमें चीनी की चाशनी और रूह अफ़ज़ा मिलाया जाता है, फिर उसमें बर्फ डाल कर ग्राहकों को प्यार से परोसा जाता है।