Russia-Ukraine War पर अमेरिका ने फिर मांगा मोदी से समर्थन, क्या होगा भारत स्टैंड, प्रभासाक्षी के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी

अमेरिका ने यूक्रेन में स्थाई शांति सुनिश्चित करने करने के लिए भारत से फिर से समर्थन मांगा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने प्रभासाक्षी के सवाल पर कहा कि यूक्रेन और रूस के मामले में हमारा पोजीशन है उससे आप भली-भांति वाकिफ हैं। हम बस ये चाहते हैं कि जो शांति का रास्ता निकले। वो रास्ता मेज पर निकलेगा। डॉयलाग और डिप्लोमेसी के जरिए निकलेगा। इस बात को रूस के दौरे पर भी हमारे प्रधानमंत्री ने दोहराया है। उन्होंने साफ कहा कि हम डॉयलाग और डिप्लोमेसी का रास्ता चुनकर आगे बढ़े। इसे भी पढ़ें: नीति आयोग की बैठक में शामिल हो सकती हैं ममता बनर्जी, अगले हफ्ते दिल्ली आने की संभावनाभारत-अमेरिका संबंधों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि यह एक व्यापक, रणनीतिक, वैश्विक साझेदारी है। हमारे पास चर्चा करने के लिए बहुत सारे मुद्दे हैं और दोनों पक्ष रिश्ते के कई पहलुओं पर एक-दूसरे के साथ बातचीत करते हैं, और हम उन सभी मुद्दों पर चर्चा करते हैं जो दोनों पक्षों के हित में हैं। राजनयिक बातचीत का विवरण साझा करना हमारी प्रथा नहीं है।इसे भी पढ़ें: दिल्ली पहुंचा आंध्र प्रदेश की सियासी लड़ा

Russia-Ukraine War पर अमेरिका ने फिर मांगा मोदी से समर्थन, क्या होगा भारत स्टैंड, प्रभासाक्षी के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी

अमेरिका ने यूक्रेन में स्थाई शांति सुनिश्चित करने करने के लिए भारत से फिर से समर्थन मांगा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने प्रभासाक्षी के सवाल पर कहा कि यूक्रेन और रूस के मामले में हमारा पोजीशन है उससे आप भली-भांति वाकिफ हैं। हम बस ये चाहते हैं कि जो शांति का रास्ता निकले। वो रास्ता मेज पर निकलेगा। डॉयलाग और डिप्लोमेसी के जरिए निकलेगा। इस बात को रूस के दौरे पर भी हमारे प्रधानमंत्री ने दोहराया है। उन्होंने साफ कहा कि हम डॉयलाग और डिप्लोमेसी का रास्ता चुनकर आगे बढ़े। 

इसे भी पढ़ें: नीति आयोग की बैठक में शामिल हो सकती हैं ममता बनर्जी, अगले हफ्ते दिल्ली आने की संभावना

भारत-अमेरिका संबंधों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि यह एक व्यापक, रणनीतिक, वैश्विक साझेदारी है। हमारे पास चर्चा करने के लिए बहुत सारे मुद्दे हैं और दोनों पक्ष रिश्ते के कई पहलुओं पर एक-दूसरे के साथ बातचीत करते हैं, और हम उन सभी मुद्दों पर चर्चा करते हैं जो दोनों पक्षों के हित में हैं। राजनयिक बातचीत का विवरण साझा करना हमारी प्रथा नहीं है।

इसे भी पढ़ें: दिल्ली पहुंचा आंध्र प्रदेश की सियासी लड़ाई, बेचैन जगन मोहन रेड्डी ने PM Modi को लिख दी चिट्ठी, जानें पूरा मामला

गौरतलब है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत से आह्वान किया कि वह रूस के साथ अपने दीर्घकालिक संबंधों का उपयोग करके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में अपने अवैध युद्ध को समाप्त करने के लिए कहे। कई अमेरिकी विभागों ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मॉस्को की हाई-प्रोफाइल यात्रा के आलोक में भारत-रूस संबंधों पर चिंता व्यक्त की, जहां पुतिन ने उनका प्रिय मित्र के रूप में स्वागत किया। रूस के साथ भारत का पुराना रिश्ता है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक ब्रीफिंग में कहा कि मुझे लगता है कि यह सर्वविदित है।  

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