NIA ने कश्मीर में पाकिस्तानी हैंडलर समेत चार आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट द्वारा फरवरी में कश्मीर में दो लोगों की हत्या के मामले में चार आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें एक पाकिस्तानी भी शामिल है। इसे भी पढ़ें: किस उंगली में नहीं पहननी चाहिए सोने की रिंग? शनि से क्या संबंध हैआरोपियों की पहचान आदिल मंजूर लंगू, अहरान रसूल डार उर्फ ​​तोता, दाऊद और उनके पाकिस्तान स्थित हैंडलर जहांगीर उर्फ ​​पीर साहब के रूप में हुई है, जिन पर आईपीसी और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत ने फरार आरोपी जहांगीर के खिलाफ पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है। चारों आरोपी 7 फरवरी की शाम को श्रीनगर के शाला कदल के करफली मोहल्ले में दो नागरिकों की हत्या में शामिल थे। इसे भी पढ़ें: Bangladesh Political Crisis: भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की निगरानी के लिए केंद्र ने पैनल बनाया, पूर्वी कमान के एडीजी करेंगे अध्यक्षताएनआईए ने जून में मामले को अपने हाथ में लिया और शुरुआती जांच में पता चला क

NIA ने कश्मीर में पाकिस्तानी हैंडलर समेत चार आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट द्वारा फरवरी में कश्मीर में दो लोगों की हत्या के मामले में चार आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें एक पाकिस्तानी भी शामिल है।
 

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आरोपियों की पहचान आदिल मंजूर लंगू, अहरान रसूल डार उर्फ ​​तोता, दाऊद और उनके पाकिस्तान स्थित हैंडलर जहांगीर उर्फ ​​पीर साहब के रूप में हुई है, जिन पर आईपीसी और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत ने फरार आरोपी जहांगीर के खिलाफ पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है। चारों आरोपी 7 फरवरी की शाम को श्रीनगर के शाला कदल के करफली मोहल्ले में दो नागरिकों की हत्या में शामिल थे।
 

इसे भी पढ़ें: Bangladesh Political Crisis: भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की निगरानी के लिए केंद्र ने पैनल बनाया, पूर्वी कमान के एडीजी करेंगे अध्यक्षता


एनआईए ने जून में मामले को अपने हाथ में लिया और शुरुआती जांच में पता चला कि 2023 में लश्कर में शामिल होने वाले आदिल मंजूर लंगू को उसके पाकिस्तानी आकाओं ने श्रीनगर में संगठन की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया था। वह घाटी में पहले भी हुए हमलों में शामिल था।
 
एनआईए ने कहा कि वह अपने करीबी सहयोगियों अहरान रसूल डार और दाऊद के साथ मिलकर जहांगीर के निर्देशन में काम कर रहा था और उसने शाला कदल में लोगों की हत्या की साजिश रची थी। जहांगीर के निर्देशों के आधार पर आदिल और अहरान को हथियार और गोला-बारूद मिले थे, जिनका इस्तेमाल बाद में आदिल ने अपराध करने के लिए किया। दाऊद ने अपराध के सबूत नष्ट करने में आदिल की मदद की थी।
 
एजेंसी ने बयान में कहा, "एनआईए कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों पर नकेल कस रही है। क्षेत्र का सबसे बड़ा आतंकवादी समूह लश्कर भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद अपने अभियानों को अंजाम देने के लिए विभिन्न शाखाओं के माध्यम से काम कर रहा है। आगे की जांच जारी है।
 
जांच एजेंसी ने कहा, "लश्कर-ए-तैयबा/टीआरएफ अपने खतरनाक एजेंडे का प्रचार करने और अपनी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करके बेरोजगार युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए लुभाने का काम कर रहा है।"

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