Kerala गवर्नर ने CM को लिखा पत्र, बिना कानूनी अनुमति के कई लोगों के फोन किए गए टैप

त्रिशूर पूरम गड़बड़ी पर एडीजीपी की जांच रिपोर्ट पर डीजीपी द्वारा असहमति जताने के बाद कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई है। सीपीआई मंत्री एडीजीपी अजीत कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और व्यवसायी से नेता बने अनवर ने हाल ही में आरोप लगाया था कि एडीजीपी अजितकुमार मंत्रियों, राजनीतिक नेताओं और पत्रकारों के फोन टैप करते थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अजितकुमार के सोने की तस्करी करने वाले गिरोहों से करीबी संबंध थे और वह कई गंभीर अपराधों में शामिल थे।इसे भी पढ़ें: Kerala में BJP का खाता खोलने में किसने की मदद? कांग्रेस के साथ अब अपने भी उठाने लगे सवालकेरल के एडीजीपी अजित कुमार की जांच पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मैंने पहले ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। मेरे लिए चिंता का विषय यह है कि बिना कानूनी अनुमति के कई लोगों के फोन टैप किए जा रहे हैं। यह बुनियादी मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है और मैंने मुख्यमंत्री को लिखा है कि क्या सरकार ने उन रिपोर्टों का संज्ञान लिया है? यदि हां, तो इस संबंध में क्या कार्रवाई की गई है? इसे भी पढ़ें: Van

Kerala गवर्नर ने CM को लिखा पत्र, बिना कानूनी अनुमति के कई लोगों के फोन किए गए टैप
त्रिशूर पूरम गड़बड़ी पर एडीजीपी की जांच रिपोर्ट पर डीजीपी द्वारा असहमति जताने के बाद कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई है। सीपीआई मंत्री एडीजीपी अजीत कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और व्यवसायी से नेता बने अनवर ने हाल ही में आरोप लगाया था कि एडीजीपी अजितकुमार मंत्रियों, राजनीतिक नेताओं और पत्रकारों के फोन टैप करते थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अजितकुमार के सोने की तस्करी करने वाले गिरोहों से करीबी संबंध थे और वह कई गंभीर अपराधों में शामिल थे।

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केरल के एडीजीपी अजित कुमार की जांच पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मैंने पहले ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। मेरे लिए चिंता का विषय यह है कि बिना कानूनी अनुमति के कई लोगों के फोन टैप किए जा रहे हैं। यह बुनियादी मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है और मैंने मुख्यमंत्री को लिखा है कि क्या सरकार ने उन रिपोर्टों का संज्ञान लिया है? यदि हां, तो इस संबंध में क्या कार्रवाई की गई है? 

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 बीती 19 मई को आयोजित त्रिशूर पूरम में व्यवधान उत्पन्न किया गया और सरकार ने तत्कालीन नगर पुलिस आयुक्त तथा सहायक आयुक्त के विरुद्ध कार्रवाई की थी।  ऐसा बताया जा रहा है कि एडीजीपी ने डीजीपी के समक्ष सीलबंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट पेश की। खबरों के अनुसार अजित कुमार ने रिपोर्ट दायर की थी, जिसमें कथित तौर पर कहा गया है कि इसमें कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं था। कांग्रेस ने इस कथित रिपोर्ट की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पूरम को बाधित करने के लिए साजिशकर्ता ने स्वयं ही इस संबंध में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की है।  

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