Kashmir की सड़कों पर दौड़ते तांगे को खूब पसंद कर रहे हैं पर्यटक
श्रीनगर। कश्मीर में पर्यटकों की बढ़ती तादाद के बीच परिवहन के पुराने साधनों को रोड़ पर उतारा जा रहा है ताकि पर्यटकों का आनंद और बढ़ जाये। हम आपको बता दें कि श्रीनगर के चार युवाओं ने अनोखी पहल करते हुए प्रसिद्ध फोरशोर रोड़ पर रॉयल हॉर्स कोर्ट को उतारा है जोकि इस समय काफी चर्चा में है। यह घोड़ा बग्गी कश्मीर में सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड कर रही है। प्रभासाक्षी ने इस बग्गी को चलाने वाले युवाओं से बातचीत की तो उनमें से एक शाहिद अहमद ने कहा कि यह विचार उनके दिमाग में आया क्योंकि वे सोच रहे थे कि शिकारा की सवारी के अलावा श्रीनगर में पर्यटकों के पास क्या है। उन्होंने कहा, "तांगे की सवारी पहली चीज़ थी जिसने हमारे दिमाग में जगह बनाई।"शाहिद ने कहा, "चूंकि यह श्रीनगर में अपनी तरह का पहला अनुभव है इसलिए लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमने पंजाब से बग्गी तैयार कराई है और हमारे पास दो घोड़े भी हैं, एक सफेद और एक भूरा।" इसे भी पढ़ें: Amarnath Yatra 2024: कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच जम्मू पहुँच रहे श्रद्धालु, पूरा वातावरण हो गया शिवमयहम आपको बता दें कि वैसे तांगा कश्मीर के लिए कोई नई चीज नह
श्रीनगर। कश्मीर में पर्यटकों की बढ़ती तादाद के बीच परिवहन के पुराने साधनों को रोड़ पर उतारा जा रहा है ताकि पर्यटकों का आनंद और बढ़ जाये। हम आपको बता दें कि श्रीनगर के चार युवाओं ने अनोखी पहल करते हुए प्रसिद्ध फोरशोर रोड़ पर रॉयल हॉर्स कोर्ट को उतारा है जोकि इस समय काफी चर्चा में है। यह घोड़ा बग्गी कश्मीर में सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड कर रही है। प्रभासाक्षी ने इस बग्गी को चलाने वाले युवाओं से बातचीत की तो उनमें से एक शाहिद अहमद ने कहा कि यह विचार उनके दिमाग में आया क्योंकि वे सोच रहे थे कि शिकारा की सवारी के अलावा श्रीनगर में पर्यटकों के पास क्या है। उन्होंने कहा, "तांगे की सवारी पहली चीज़ थी जिसने हमारे दिमाग में जगह बनाई।"
शाहिद ने कहा, "चूंकि यह श्रीनगर में अपनी तरह का पहला अनुभव है इसलिए लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमने पंजाब से बग्गी तैयार कराई है और हमारे पास दो घोड़े भी हैं, एक सफेद और एक भूरा।"
हम आपको बता दें कि वैसे तांगा कश्मीर के लिए कोई नई चीज नहीं है क्योंकि यहां के इतिहास में इसका जिक्र मिलता है। यह एक समय लोगों द्वारा अपनी आवश्यक वस्तुओं को ले जाने के लिए परिवहन के सबसे सस्ते साधन के रूप में उपयोग किया जाता था।