Eid पर ममता के दंगा वाले बयान से क्यों मचा घमासान, बीजेपी ने दी संविधान व कानून के अनुरूप व्यवहार करने की नसीहत
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रेड रोड पर ईद समारोह में शामिल हुईं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कोई भी अगर दंगा करने आता है तो आप चुप-चाप रहिए, अपना माथा ठंडा रखिए। यदि कोई ब्लास्ट होता है तो वे(भाजपा) एनआई को भेज देते हैं कि सबको गिरफ्तार कर लो। सबको गिरफ्तार करते-करते आपका देश ही सूना हो जाएगा। हम सुंदर आसमान चाहते हैं जिसके लिए सभी का साथ रहना जरूरी है।इसे भी पढ़ें: हम सभी शरणार्थियों को नागरिकता देंगे, पश्चिम बंगाल में अमित शाह बोले- ममता दीदी CAA पर लोगों को कर रही हैं गुमराहबीजेपी ने साधा निशानापश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि ममता बनर्जी अभी भी इस बात को समझें और देश के संविधान व देश के कानून के अनुरूप व्यवहार करें। पश्चिम बंगाल की जनता उनके इन कृत्यों से जितनी परेशान है, पश्चिम बंगाल का जो नुकसान ममता बनर्जी के कारण हो रहा है, ये ना केवल पश्चिम बंगाल के लोग बल्कि देश की जनता भी देख रही है। इसे भी पढ़ें: Prajatantra: किसके इशारे पर काम कर रही ED-CBI? बंगाल में मोदी-ममता के बीच आर-पार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रेड रोड पर ईद समारोह में शामिल हुईं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कोई भी अगर दंगा करने आता है तो आप चुप-चाप रहिए, अपना माथा ठंडा रखिए। यदि कोई ब्लास्ट होता है तो वे(भाजपा) एनआई को भेज देते हैं कि सबको गिरफ्तार कर लो। सबको गिरफ्तार करते-करते आपका देश ही सूना हो जाएगा। हम सुंदर आसमान चाहते हैं जिसके लिए सभी का साथ रहना जरूरी है।
बीजेपी ने साधा निशाना
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि ममता बनर्जी अभी भी इस बात को समझें और देश के संविधान व देश के कानून के अनुरूप व्यवहार करें। पश्चिम बंगाल की जनता उनके इन कृत्यों से जितनी परेशान है, पश्चिम बंगाल का जो नुकसान ममता बनर्जी के कारण हो रहा है, ये ना केवल पश्चिम बंगाल के लोग बल्कि देश की जनता भी देख रही है।
राजद ने किया समर्थन
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर राजद नेता मनोज कुमार झा ने कहा कि कई राज्यों में ये डर है क्योंकि इनके(भाजपा) हाथों से चुनाव निकल रहा है... हर राजनीतिक पार्टी को अलग-अलग राज्य में तैयार रहना है। कुछ भी हो, सौहार्द ना बिगड़े। सौहार्द अगर बिगड़ता है तो लोकतंत्र आहत होता है। फिर किस बात का चुनाव और कैसा चुनाव?