Dharamgarh Assembly Seat: धर्मगढ़ सीट पर जीत हासिल करना BJD के लिए बना प्रतिष्ठा का सवाल
ओडिशा में लोकसभा चुनवा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। राज्य की धर्मगढ़ विधानसभा सीट पर जीत हासिल करना सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है। इस सीट पर मुख्य रूप में भाजपा और बीजू जनता दल के बीच टक्कर है। लेकिन इस सीट पर जातिगत समीकरण निर्णायक भूमिका निभाते हैं। बता दें कि भाजपा ने इस सीट से सुधीर रंजन पट्टजोशी, बीजेडी ने जिला अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पुष्पेंद्र सिंह देव और कांग्रेस ने रश्मीरेखा राउत को चुनावी मैदान में उतारा है।आपको बता दें कि साल 2004 में बीजेडी के जिला अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पुष्पेंद्र सिंह देव कोकसरा विधानसभा सीट से विधानसभा के लिए चुने गए थे। वहीं साल 2009 और 2014 में उन्होंने धर्मगढ़ से चुनाव लड़ा था। वहीं साल 2019 में पुष्पेंद्र सिंह देव ने कालाहांडी से चुनाव लड़ा, लेकिन इस दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर गौड़/जादव समुदाय की मजबूत संख्या है। इसे भी पढ़ें: Raghunathpali Assembly: यहां समझिए रघुनाथपाली विधानसभा सीट का समीकरण, किसे मिलेगा जनता का समर्थनवहीं भारतीय जनता पार्टी से उतरे पट्टजोशी और कांग्रेस उम्मीदवार रश्म
ओडिशा में लोकसभा चुनवा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। राज्य की धर्मगढ़ विधानसभा सीट पर जीत हासिल करना सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है। इस सीट पर मुख्य रूप में भाजपा और बीजू जनता दल के बीच टक्कर है। लेकिन इस सीट पर जातिगत समीकरण निर्णायक भूमिका निभाते हैं। बता दें कि भाजपा ने इस सीट से सुधीर रंजन पट्टजोशी, बीजेडी ने जिला अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पुष्पेंद्र सिंह देव और कांग्रेस ने रश्मीरेखा राउत को चुनावी मैदान में उतारा है।
आपको बता दें कि साल 2004 में बीजेडी के जिला अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पुष्पेंद्र सिंह देव कोकसरा विधानसभा सीट से विधानसभा के लिए चुने गए थे। वहीं साल 2009 और 2014 में उन्होंने धर्मगढ़ से चुनाव लड़ा था। वहीं साल 2019 में पुष्पेंद्र सिंह देव ने कालाहांडी से चुनाव लड़ा, लेकिन इस दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर गौड़/जादव समुदाय की मजबूत संख्या है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी से उतरे पट्टजोशी और कांग्रेस उम्मीदवार रश्मीरेखा पहली बार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पट्टजोशी के पास जमीनी स्तर का आधार होने के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की अंतर्धारा है। वहीं कांग्रेस ने चतुराई से जादव/गौड़ कार्ड खेलते हुए रश्मिरेखा राउत को चुनावी मैदान में उतारा है। हालांकि इस सीट पर मुख्य लड़ाई भाजपा और बीजेडी के बीच देखी जा रही है।