सूरत में छह मंजिला इमारत ढहने की घटना में जान गंवाने वालों की संख्या सात हुई

गुजरात के सूरत में शनिवार दोपहर छह मंजिला आवासीय इमारत ढह जाने के बाद मलबे से रात में छह और शव बरामद किए गए जिससे इस हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि पाल इलाके में स्थित छह मंजिला इमारत शनिवार दोपहर दो बजकर 45 मिनट पर ढह गई थी। एक अधिकारी ने पहले बताया था कि इमारत ढहने के तुरंत बाद एक महिला को बचा लिया गया था, जबकि एक शव शनिवार रात को निकाला गया। पुलिस के अनुसार बचाव दल ने रात में मलबे से छह और शव बरामद किए हैं। सचिन जीआईडीसी पुलिस थाने के निरीक्षक जिग्नेश चौधरी ने बताया कि घटनास्थल पर रातभर बचाव अभियान जारी रहा और इस दौरान और शव बरामद किए गए।घटना के बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय अग्निशमन विभाग की टीम ने राहत-बचाव अभियान शुरू किया। चौधरी ने बताया कि मलबे से सुरक्षित निकाली गई महिला का अस्पताल में इलाज जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम जारी है और हमें नहीं लगता कि अंदर अब कोई और फंसा है।’’ सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने शनिवार को बताया कि इमारत का न

सूरत में छह मंजिला इमारत ढहने की घटना में जान गंवाने वालों की संख्या सात हुई

गुजरात के सूरत में शनिवार दोपहर छह मंजिला आवासीय इमारत ढह जाने के बाद मलबे से रात में छह और शव बरामद किए गए जिससे इस हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि पाल इलाके में स्थित छह मंजिला इमारत शनिवार दोपहर दो बजकर 45 मिनट पर ढह गई थी। एक अधिकारी ने पहले बताया था कि इमारत ढहने के तुरंत बाद एक महिला को बचा लिया गया था, जबकि एक शव शनिवार रात को निकाला गया।

पुलिस के अनुसार बचाव दल ने रात में मलबे से छह और शव बरामद किए हैं। सचिन जीआईडीसी पुलिस थाने के निरीक्षक जिग्नेश चौधरी ने बताया कि घटनास्थल पर रातभर बचाव अभियान जारी रहा और इस दौरान और शव बरामद किए गए।

घटना के बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय अग्निशमन विभाग की टीम ने राहत-बचाव अभियान शुरू किया। चौधरी ने बताया कि मलबे से सुरक्षित निकाली गई महिला का अस्पताल में इलाज जारी है।

उन्होंने कहा, ‘‘घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम जारी है और हमें नहीं लगता कि अंदर अब कोई और फंसा है।’’ सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने शनिवार को बताया कि इमारत का निर्माण 2016-17 में किया गया था। उन्होंने बताया कि इमारत के करीब पांच फ्लैट में लोग रहते थे, जिनमें से अधिकतर उस क्षेत्र में बने कारखानों में काम करते थे।

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0