सीवर की सफाई के दौरान पिछले पांच साल में 377 लोगों की मौत हुई : सरकार

सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि पिछले पांच साल में सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई करने के दौरान कुल 377 लोगों की मौत हो गई, लेकिन हाथ से मैला ढोने की प्रथा की कोई रिपोर्ट नहीं है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि 2019 से 2023 तक सीवर और सेप्टिक टैंक की जोखिमपूर्ण सफाई करते हुए कुल 377 लोगों की मौत हुई। उन्होंने कहा कि लेकिन देश में हाथ से मैला ढोने की प्रथा की कोई रिपोर्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि हाथ से मैला ढोने वाले कर्मियों के नियोजन का निषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम, 2013 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने का अनुरोध किया गया है।

सीवर की सफाई के दौरान पिछले पांच साल में 377 लोगों की मौत हुई : सरकार

सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि पिछले पांच साल में सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई करने के दौरान कुल 377 लोगों की मौत हो गई, लेकिन हाथ से मैला ढोने की प्रथा की कोई रिपोर्ट नहीं है।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि 2019 से 2023 तक सीवर और सेप्टिक टैंक की जोखिमपूर्ण सफाई करते हुए कुल 377 लोगों की मौत हुई। उन्होंने कहा कि लेकिन देश में हाथ से मैला ढोने की प्रथा की कोई रिपोर्ट नहीं है।

उन्होंने कहा कि हाथ से मैला ढोने वाले कर्मियों के नियोजन का निषेध और उनका पुनर्वास अधिनियम, 2013 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने का अनुरोध किया गया है।

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