स्ट्राइक रेट की चर्चाओं के बीच Babar Azam का बयान, कहा- मैं एक अलग खिलाड़ी हूं...
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज आजम खान एक बार फिर टी20 और वनडे के कप्तान बन गए हैं। वहीं अब उनका एक इंटरव्यू काफी वायरल हो रहा है। जिसमें वो विराट कोहली, स्ट्राइक रेट और भी कई अन्य मुद्दों पर बात कर रहे हैं। दरअसल, बाबर आजम को अपनी स्ट्राइक रेट के कारण आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था। जिसके बाद उनका ये इंटरव्यू एक जवाब के तौर पर भी माना जा रहा है। दरअसल, बाबर आजम ने एक पॉडकास्ट में कहा कि, आज कल स्ट्राइट रेट काफी चला हुआ है। मैं एक अलग खिलाड़ी हूं, मैं मैदान पर स्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेता हूं। क्रिकेट बहुत फास्ट होने लगा है, लेकिन मैच जीतना ही अंतिम लक्ष्य है। बाबर ने आगे कहा कि, मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करता हूं कि मैच कैसे जीताएं, पारी कैसे बनाई जाए। स्ट्राइक रेट एक अलग कहानी है। मैच बनाना और पारी खेलना अलग-अलग चीजें हैं। मैच जिताने में ये दोनों चीजें कवर हो जाती हैं। पहले 6 ओवर कैसे खेलने हैं, फिर 6-10 कैसे खेलने और ऐसे ही 10-15 ओवर कैसे खेलने हैं, ये स्टेप हैं। पाक कप्तान ने आगे कहा कि, मैं अपने खेल को समझता हूं। मैं जानता हूं कि मुझे क्या शॉट्स और जड़ने और कैसे ब
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज आजम खान एक बार फिर टी20 और वनडे के कप्तान बन गए हैं। वहीं अब उनका एक इंटरव्यू काफी वायरल हो रहा है। जिसमें वो विराट कोहली, स्ट्राइक रेट और भी कई अन्य मुद्दों पर बात कर रहे हैं। दरअसल, बाबर आजम को अपनी स्ट्राइक रेट के कारण आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था। जिसके बाद उनका ये इंटरव्यू एक जवाब के तौर पर भी माना जा रहा है।
दरअसल, बाबर आजम ने एक पॉडकास्ट में कहा कि, आज कल स्ट्राइट रेट काफी चला हुआ है। मैं एक अलग खिलाड़ी हूं, मैं मैदान पर स्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेता हूं। क्रिकेट बहुत फास्ट होने लगा है, लेकिन मैच जीतना ही अंतिम लक्ष्य है।
बाबर ने आगे कहा कि, मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करता हूं कि मैच कैसे जीताएं, पारी कैसे बनाई जाए। स्ट्राइक रेट एक अलग कहानी है। मैच बनाना और पारी खेलना अलग-अलग चीजें हैं। मैच जिताने में ये दोनों चीजें कवर हो जाती हैं। पहले 6 ओवर कैसे खेलने हैं, फिर 6-10 कैसे खेलने और ऐसे ही 10-15 ओवर कैसे खेलने हैं, ये स्टेप हैं।
पाक कप्तान ने आगे कहा कि, मैं अपने खेल को समझता हूं। मैं जानता हूं कि मुझे क्या शॉट्स और जड़ने और कैसे बेहतर करना है। परिस्थितियों पर निर्भर करता है। अगर परिस्थितियां अच्छी हैं तो मैं खुलकर खेलता हूं, लेकिन कई बार पारी बनानी होती है। अगर हमारे पास विकेट हैं तो हम ज्यादा स्ट्राइक रेट से भी खेल सकते हैं। लेकिन लोगों को कई बार मेरे स्ट्राइक रेट से बड़ी परेशानी होती है। अभी भी ऐसा ही है, अब खुश हैं। अब 150 स्ट्राइक रेट है तो कहेंगे कि 170 होना चाहिए, फिर कहेंगे 200 होना चाहिए।