राहत, MDH और Everest मसालों में नहीं मिला एथिलीन ऑक्साइड, 28 लैब रिपोर्ट में सब OK

भारतीय बाजार में उपलब्ध एमडीएच और एवरेस्ट मसालों के सैंपल की जांच की गई थी। इन जांच की रिपोर्ट अब सामने आ गई है। रिपोर्ट में जो जानकारी आई है उससे लोगों को राहत मिलेगी क्योंकि सैंपल में एथिलीन ऑक्साइड की मौजूदगी नहीं पाई गई है। एफएसएसएआई को दोनों ही प्रमुख ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों के नमूनों में एथिलीन ऑक्साइड का कोई अंश नहीं मिला है।  नमूनों की जांच 28 मान्यता प्राप्त लैब में की गई है, जिनकी रिपोर्ट भी आ गई है। सूत्रों ने कहा कि छह अन्य लैब की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, जिसका इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि एफएसएसएआई ने जांच करने के लिए एवरेस्ट मसालों की दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से नौ सैंपल, एमडीएच की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट से 25 सैंपल लिए थे। कुल 34 सैंपल में से 28 की रिपोर्ट आई है, जिसमें एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) की मौजूदगी का पता नहीं चला है। गौरतलब है कि पिछले महीने ही भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने हांगकांग और सिंगापुर द्वारा उठाई गईं गुणवत्ता संबंधी चिंताओं को देखते हुए देश भर से एमडीएच और एवरेस्ट सहित सभी ब्रांड के मसालों के नमूने लेने शुरू कर दिए थे।

राहत, MDH और Everest मसालों में नहीं मिला एथिलीन ऑक्साइड, 28 लैब रिपोर्ट में सब OK
भारतीय बाजार में उपलब्ध एमडीएच और एवरेस्ट मसालों के सैंपल की जांच की गई थी। इन जांच की रिपोर्ट अब सामने आ गई है। रिपोर्ट में जो जानकारी आई है उससे लोगों को राहत मिलेगी क्योंकि सैंपल में एथिलीन ऑक्साइड की मौजूदगी नहीं पाई गई है। एफएसएसएआई को दोनों ही प्रमुख ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों के नमूनों में एथिलीन ऑक्साइड का कोई अंश नहीं मिला है। 
 
नमूनों की जांच 28 मान्यता प्राप्त लैब में की गई है, जिनकी रिपोर्ट भी आ गई है। सूत्रों ने कहा कि छह अन्य लैब की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, जिसका इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि एफएसएसएआई ने जांच करने के लिए एवरेस्ट मसालों की दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से नौ सैंपल, एमडीएच की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट से 25 सैंपल लिए थे। कुल 34 सैंपल में से 28 की रिपोर्ट आई है, जिसमें एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) की मौजूदगी का पता नहीं चला है।
 
गौरतलब है कि पिछले महीने ही भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने हांगकांग और सिंगापुर द्वारा उठाई गईं गुणवत्ता संबंधी चिंताओं को देखते हुए देश भर से एमडीएच और एवरेस्ट सहित सभी ब्रांड के मसालों के नमूने लेने शुरू कर दिए थे। हांगकांग के खाद्य सुरक्षा केंद्र (सीएफएस) ने उपभोक्ताओं को अनुमति सीमा से अधिक एथिलीन ऑक्साइड की उपस्थिति का हवाला देते हुए एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ मसाला मिश्रण उत्पादों को नहीं खरीदने के लिए कहा था।
 
ये मसाले हुए थे बैन
एमडीएच मद्रास करी पाउडर, एवरेस्ट फिश करी मसाला, एमडीएच सांभर मसाला, मिश्रित मसाला पाउडर, एमडीएच करी बाउडर आदि शामिल हैं, जिन्हें बैन किया गया था। सूत्रों की मानें तो 22 अप्रैल को सभी राज्यों और केंद्र शासि प्रदेश से खाद्य सुरक्षा आयुक्त और एफएसएसएआई के क्षेत्रिय अभियान को शुरू किया था। 
 
अन्य ब्रान्ड के भी लिए थे सैंपल
वहीं अन्य ब्रान्ड के सैंपल भी लिए गए थे। ये कुल 300 सैंपल इकट्ठे किए गए थे, जिसमें ईटीओ नहीं पाया गया है। एफएसएसएआई के अनुसार भारतीय बाजार में उपलब्ध मसाले खरे उतरे है। इन मसालों को लेकर कई देशों में सवाल उठाए जा रहे थे। इसके बाद 22 अप्रैल को देश के सभी फूड कमिश्नरों को मसालों के सैंपल चैक करने के आदेश जारी हुए थे।

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