राजभवन में हिंसा के पीड़ितों के प्रवेश पर क्यों लगाई रोक? ममता सरकार पर भड़के राज्यपाल, कहा- संविधान अपना काम करेगा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान भी हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं, इस चुनाव के दौरान भी हिंसा, हत्या, धमकी की घटनाएं हुई हैं। सबसे बुरी बात यह है कि जब लोग अपनी शिकायत बताने के लिए राज्यपाल से मिलने आए तो उन्हें रोका गया। लेकिन यह हत्या जैसी सच्चाई है जो एक दिन सामने आ ही जाएगी, मैं लोगों का राज्यपाल बनना चाहता हूं, इसलिए मैं उनसे मिलने गया, मैंने उनके साथ समय बिताया। मैंने जो सुना वह उन निर्दोष लोगों की गहरी आवाज थी जो गुंडों के बंदूक की नोक पर थे। इसे भी पढ़ें: NEET UG के खिलाफ प.बंगाल में प्रदर्शन, TMC ने न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग कीसरकार को अपना कर्तव्य निभाना है, अगर सरकार अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहती है तो संविधान अपना काम करेगा। राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैंने पीड़ितों की बात सुनी। यह कहानी का एक संस्करण है। राज्यपाल होने के नाते मैं निष्पक्ष रहना चाहूंगा। मैंने इस मामले में सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है। सरकार का पक्ष सुनने के बाद मैं अपनी राय दूंगा।इसे भी पढ़ें:
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान भी हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं, इस चुनाव के दौरान भी हिंसा, हत्या, धमकी की घटनाएं हुई हैं। सबसे बुरी बात यह है कि जब लोग अपनी शिकायत बताने के लिए राज्यपाल से मिलने आए तो उन्हें रोका गया। लेकिन यह हत्या जैसी सच्चाई है जो एक दिन सामने आ ही जाएगी, मैं लोगों का राज्यपाल बनना चाहता हूं, इसलिए मैं उनसे मिलने गया, मैंने उनके साथ समय बिताया। मैंने जो सुना वह उन निर्दोष लोगों की गहरी आवाज थी जो गुंडों के बंदूक की नोक पर थे।
सरकार को अपना कर्तव्य निभाना है, अगर सरकार अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहती है तो संविधान अपना काम करेगा। राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैंने पीड़ितों की बात सुनी। यह कहानी का एक संस्करण है। राज्यपाल होने के नाते मैं निष्पक्ष रहना चाहूंगा। मैंने इस मामले में सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है। सरकार का पक्ष सुनने के बाद मैं अपनी राय दूंगा।
इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल से हमने पीड़ितों (पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ित) के साथ मुलाकात के लिए समय मांगा था, उन्होंने कल हमें समय भी दिया था लेकिन आज ममता बनर्जी की पुलिस ने चारों तरफ बैरिकेड लगाकर रास्ता बंद कर दिया है। मुझे लगता है कि आपातकाल के समय भी ऐसा नहीं किया गया था। मुझे यहां 1 घंटे से रोका गया है। मैंने 1 घंटे इंतजार किया, राज्यपाल के ओएसडी को संदेश भेजा। मेरे पास राज्यपाल का लिखित में अनुमोदन है, हमने यहां कोई प्रदर्शन नहीं किया है जो हमें यहां ऐसे रोका जाए।