'रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाई पर बचन न जाई।' Rajasthan में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देंगे Kirodi Lal Meena!

4 जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले, राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने सोमवार को कहा था कि अगर भाजपा उनके अधीन सात सीटों में से किसी एक पर भी हारती है तो वह अपना कैबिनेट पद छोड़ देंगे। अब राजस्थान में दूध-का दूध और पानी का पानी हो गया है। भाजपा के लिए राजस्थान कुछ खास साबित नहीं हुआ। सभी सीटों पर कब्जा रखने वाली बीजेपी के लिए साल 2024 का लोकसभा चुनाव कुछ ज्यादा खास नहीं रहा है बीजेपी को राज्य में 25 सीटों में भाजपा केवल 14 सीट ही जीत सकी 8 सीटें कांग्रेस ने जीती बाकी अन्य। अब राज्य में 11 सीटों के नुकसान के बाद किरोड़ी लाल मीना इसकी जिम्मेदारी लेकर क्या अपने पद से इस्तीफा देंगे? इसे भी पढ़ें: Delhi excise policy case: अरविंद केजरीवाल को राहत नहीं, 19 जून तक बढ़ी न्यायिक हिरासतकृषि और ग्रामीण विकास मंत्री ने पूर्वी राजस्थान की दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी सहित सीटों पर प्रचार किया।मीणा ने पूर्वी राजस्थान के दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी में व्यापक प्रचार किया था। वर्तमान नतीजों में राजस्थान में दौसा सहित 2

'रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाई पर बचन न जाई।' Rajasthan में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देंगे Kirodi Lal Meena!
4 जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले, राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने सोमवार को कहा था कि अगर भाजपा उनके अधीन सात सीटों में से किसी एक पर भी हारती है तो वह अपना कैबिनेट पद छोड़ देंगे। अब राजस्थान में दूध-का दूध और पानी का पानी हो गया है। भाजपा के लिए राजस्थान कुछ खास साबित नहीं हुआ। सभी सीटों पर कब्जा रखने वाली बीजेपी के लिए साल 2024 का लोकसभा चुनाव कुछ ज्यादा खास नहीं रहा है बीजेपी को राज्य में 25 सीटों में भाजपा केवल 14 सीट ही जीत सकी 8 सीटें कांग्रेस ने जीती बाकी अन्य। अब राज्य में 11 सीटों के नुकसान के बाद किरोड़ी लाल मीना इसकी जिम्मेदारी लेकर क्या अपने पद से इस्तीफा देंगे?
 

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कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री ने पूर्वी राजस्थान की दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी सहित सीटों पर प्रचार किया।

मीणा ने पूर्वी राजस्थान के दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी में व्यापक प्रचार किया था। वर्तमान नतीजों में राजस्थान में दौसा सहित 25 में से 14 सीटों पर भाजपा को बढ़त दिखाई दी। जिसके बाद राज्य के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने मंगलवार को संकेत दिया कि अगर पार्टी उनकी देखरेख वाली सात सीटों में से किसी एक पर भी हारती है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
 

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रामचरितमानस की एक चौपाई शेयर करते हुए उन्होंने कहा, 'रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाई पर बचन न जाई।' उन्होंने सोमवार को कहा था कि पीएम ने उन्हें पूर्वी राजस्थान की सात सीटों की सूची दी है, जिन पर उन्होंने कड़ी मेहनत की है।
 
उन्होंने कहा, 'पीएम के दौसा आने से पहले मैंने कहा था कि अगर (दौसा) सीट नहीं जीती तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा। बाद में पीएम ने मुझसे अलग से बात की और मुझे 7 सीटों की सूची दी। मैंने 11 सीटों पर कड़ी मेहनत की, 7 पर और। अगर पार्टी उन 7 में से एक भी सीट हारती है, तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा।'
 
कृषि, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री मीना ने पूर्वी राजस्थान के दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी में प्रचार किया। भाजपा बीकानेर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, अजमेर, पाली, जोधपुर, जालौर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां में आगे है। मीना के बयान पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “मुझे यकीन है कि मीना अपनी बात पर कायम रहेंगे और इस्तीफा दे देंगे।”


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