मिजोरम में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 29 हुई : अधिकारी
आइजोल। मिजोरम के कोलासिब जिले में त्लावंग नदी में एक 34 वर्षीय महिला का शव पाये जाने के बाद भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। महिला की पहचान वनलालरुआली के रूप में हुई है और उसका पति मंगलवार को आइजोल जिले के ऐबक गांव में भूस्खलन की चपेट में आने के बाद से लापता थे। उन्होंने बताया कि महिला का शव शुक्रवार को असम की सीमा से लगे कोलासिब जिले के होरटोकी गांव में नदी में मिला। नदी से निकाले जाने के बाद उसके शव को कांवपुई ले जाया गया और उसके परिवार के सदस्यों ने उसकी पहचान की पुष्टि की। इसे भी पढ़ें: 15 जून के आस पास दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य प्रदेश पहुँच सकता है : मौसम विभागपांच अन्य लापता व्यक्तियों की तलाश जारी है जिनमें से चार लोग (छह माह के बच्चे सहित) मेल्थुम के हैं। वनलालरुआली के पति भी इनमें शामिल हैं। मंगलवार को आइजोल जिले में कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में 21 स्थानीय लोग थे, जबकि आठ झारखंड और असम से आए प्रवासी थे। मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने कहा कि स
आइजोल। मिजोरम के कोलासिब जिले में त्लावंग नदी में एक 34 वर्षीय महिला का शव पाये जाने के बाद भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। महिला की पहचान वनलालरुआली के रूप में हुई है और उसका पति मंगलवार को आइजोल जिले के ऐबक गांव में भूस्खलन की चपेट में आने के बाद से लापता थे। उन्होंने बताया कि महिला का शव शुक्रवार को असम की सीमा से लगे कोलासिब जिले के होरटोकी गांव में नदी में मिला। नदी से निकाले जाने के बाद उसके शव को कांवपुई ले जाया गया और उसके परिवार के सदस्यों ने उसकी पहचान की पुष्टि की।
पांच अन्य लापता व्यक्तियों की तलाश जारी है जिनमें से चार लोग (छह माह के बच्चे सहित) मेल्थुम के हैं। वनलालरुआली के पति भी इनमें शामिल हैं। मंगलवार को आइजोल जिले में कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में 21 स्थानीय लोग थे, जबकि आठ झारखंड और असम से आए प्रवासी थे। मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने चक्रवात ‘रेमल’ के कारण हुई बारिश से उत्पन्न आपदाओं से निपटने के लिए 15 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।