बठिंडा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) हरसिमरत कौर बादल 2024 में अपनी लगातार चौथी जीत की तलाश में हैं। उन्हें अकालियों का गढ़ माने जाने वाले इस निर्वाचन क्षेत्र में बहुकोणीय मुकाबले में कड़ी चुनावी लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है। 57 वर्षीय हरसिमरत बादल का मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के 61 वर्षीय गुरमीत सिंह खुदियां, कांग्रेस के 60 वर्षीय जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू और भारतीय सेवा (आईएएस) अधिकारी से राजनेता बनीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार 59 वर्षीय परमपाल कौर सिद्धू से है। अकाली राजनीति के बाबा बोहड़ कहे जाने वाले प्रकाश सिंह बादल की अनुपस्थिति में शिरोमणि अकाली दल पहला लोकसभा चुनाव लड़ रही है। ये चुनाव न केवल बादल परिवार बल्कि शिअद के अस्तित्व को कायम रखने का भी चुनाव है।
चुनाव में प्रकाश सिंह बादल का जिक्र
हरसिमरत अपने दिवंगत ससुर और पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का जिक्र करते हुए मतदाताओं को याद दिला रही हैं कि वह उनकी परेशानियों का समाधान करने के लिए उनके बीच रहते थे। बठिंडा संसदीय क्षेत्र में एक जून को मतदान होना है। इस निर्वाचन क्षेत्र को शिरोमणि अकाली दल का गढ़ माना जाता है और पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत 2009 से इस सीट पर जीत हासिल कर रही हैं। इसबार भी वे बठिंडा सीट को बरकरार रखना चाहती हैं। अकाली दल की सहयोगी रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी इस बार बठिंडा संसदीय क्षेत्र से अपना उम्मीदवार उतारा है। हरसिमरत का मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार और राज्य के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां, भाजपा उम्मीदवार और पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू, कांग्रेस उम्मीदवार जीत मोहिंदर सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार लाखा सिधाना से है।
अमरिंदर सिंह के बेटे को हराकर जीता था पहला चुनाव
हरसिमरत ने 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। तब उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह को 1.20 लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया था। लोकसभा चुनाव 2014 में उन्होंने अपने पति के चचेरे भाई मनप्रीत सिंह बादल को 19,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था। लोकसभा चुनाव 2019 में हरसिमरत ने कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वाडिंग को 21,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। अपने निर्वाचन क्षेत्र के संगत मंडी में अपने हालिया चुनाव अभियान के दौरान हरसिमरत ने पूर्ववर्ती शिरोमणि अकाली दल (शिअद) सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में बात की।