पंजाब सरकार पठानकोट की लीची के निर्यात के लिए उठाएगी कदम
पंजाब के बागवानी मामलों के मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए पठानकोट की लीची का निर्यात करने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने पठानकोट में राज्यस्तरीय लीची प्रदर्शनी के मौके पर यह बात कही। मंत्री ने कहा कि पठानकोट जिला पंजाब में सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली लीची का उत्पादन करता है। इसका राज्य के लीची उत्पादन में 60 प्रतिशत का योगदान है। उन्होंने कहा, ‘‘लीची उत्पादन के बारे में किसानों की जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पंजाब सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि पठानकोट जिले की लीची अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचे। इस उद्देश्य के लिए लीची की पहली खेप जल्द ही विदेशों में निर्यात की जाएगी।’’ जौड़ामाजरा ने यह भी कहा कि भूमिगत जल स्तर तेजी से गिर रहा है। इसे रोकने का एकमात्र उपाय किसानों को धान और गेहूं की खेती से बागवानी फसलों की ओर स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि पठानकोट जिला लीची की खेती के लिए आदर्श है और उत्पादन और बिक्री बढ़ाकर लीची किसानों का लाभ बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। ज

पंजाब के बागवानी मामलों के मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए पठानकोट की लीची का निर्यात करने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने पठानकोट में राज्यस्तरीय लीची प्रदर्शनी के मौके पर यह बात कही।
मंत्री ने कहा कि पठानकोट जिला पंजाब में सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली लीची का उत्पादन करता है। इसका राज्य के लीची उत्पादन में 60 प्रतिशत का योगदान है। उन्होंने कहा, ‘‘लीची उत्पादन के बारे में किसानों की जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पंजाब सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि पठानकोट जिले की लीची अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचे। इस उद्देश्य के लिए लीची की पहली खेप जल्द ही विदेशों में निर्यात की जाएगी।’’
जौड़ामाजरा ने यह भी कहा कि भूमिगत जल स्तर तेजी से गिर रहा है। इसे रोकने का एकमात्र उपाय किसानों को धान और गेहूं की खेती से बागवानी फसलों की ओर स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने कहा कि पठानकोट जिला लीची की खेती के लिए आदर्श है और उत्पादन और बिक्री बढ़ाकर लीची किसानों का लाभ बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जौड़ामाजरा ने कहा कि पंजाब में लगभग 3,900 हेक्टेयर क्षेत्र पर लीची की खेती हो रही है। इसमें पठानकोट में लगभग 2,200 हेक्टेयर क्षेत्र है।
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