नई दिल्ली। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज नीति आयोग की बैठक में नासिक-पुणे रेलवे मार्ग, चिपलुन कराड, ठाणे मेट्रो, मुंबई फ़नल ज़ोन विकास और अन्य महत्वपूर्ण विषयों सहित बुनियादी ढांचे और विकास कार्यों से संबंधित महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लेकर मुद्दे पेश किये। मुख्यमंत्री ने इन सभी परियोजनाओं को समय-सीमा में पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस संबंध में सहयोग करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित नीति आयोग की बैठक में महाराष्ट्र सरकार द्वारा आम आदमी को केंद्र स्थान में रखकर शुरू की गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने राज्य में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से संबंधित मुद्दों को भी प्रभावशाली ढंग से रखा।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि क्लस्टर विकास के माध्यम से, मुंबई महानगर क्षेत्र और राज्य के अन्य भागों में पुरानी और जर्जर इमारतों से संबंधित पुनर्विकास योजनाओं को बड़े पैमाने पर शुरू किया गया है, उन्होंने कहा कि संपूर्ण एशियाई क्षेत्र में यह सबसे बड़ी ब्राउन फील्ड परियोजना है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह योजना निश्चित रूप से आम लोगों की जीवन शैली को ऊपर उठाने में सहायक होगी। यह कहते हुए कि मुंबई में झुग्गी-झोपड़ियों और जर्जर इमारतों का पुनर्विकास राज्य सरकार की एजेंसियों की सहायता से किया जाएगा, शिंदे ने कहा कि राज्य में दो लाख से अधिक घरों के निर्माण की प्रक्रिया प्रगति पथ पर है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में बड़ी सड़क परियोजनाओं में तेजी से सुधार हो रहा है और कोंकण तटीय सड़क और कोंकण ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस कोंकण के लिए ‘गेम चेंजर’ सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए ५ हजार किलोमीटर लंबी एक्सिस कंट्रोल ग्रिड योजना जारी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र में 1.25 लाख करोड़ रुपये की लागत से 390 किलोमीटर लंबे मेट्रो रूट का निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि पुणे और नागपुर में मेट्रो रूट के काम में भी तेजी आई है। उन्होंने मांग की कि नासिक-पुणे रेलवे मार्ग का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में मुंबई फ़नल ज़ोन, ऊंचाई की सीमा, रडार की शिफ्टिंग और अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान बीपीटी की छह एकड़ जमीन पर मरीन ड्राइव की तरह चौपाटी के विकास पर भी चर्चा हुई।