देश की जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान: NIPFP
आर्थिक शोध संस्थान राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (एनआईपीएफपी) ने भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। एनआईपीएफपी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि केंद्रकरों में उछाल और राजस्व व्यय में कमी के माध्यम से राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर है। आर्थिक शोध संस्थान ने कहा कि बीते वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्र से महत्वपूर्ण पूंजीगत व्यय हस्तांतरण के कारण राज्यों में पूंजीगत व्यय वृद्धि मजबूत है। उल्लेखनीय है कि एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स और मॉर्गन स्टेनली ने वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी है।

आर्थिक शोध संस्थान राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (एनआईपीएफपी) ने भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
एनआईपीएफपी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि केंद्रकरों में उछाल और राजस्व व्यय में कमी के माध्यम से राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर है। आर्थिक शोध संस्थान ने कहा कि बीते वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्र से महत्वपूर्ण पूंजीगत व्यय हस्तांतरण के कारण राज्यों में पूंजीगत व्यय वृद्धि मजबूत है।
उल्लेखनीय है कि एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स और मॉर्गन स्टेनली ने वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी है।
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