तो अपने ही जांल में फंस गए Arvind Kejriwal? शीशमहल क्यों किया गया सील, Inside Story समझिए

दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। इसको लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा भी एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं। पूरा मामला क्या है कि हम आपको बताते हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने यह आवास खाली कर दिया था। केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास 4 अक्टूबर को खाली किया था। आतिशी इस आवास में 7 अक्टूबर को शिफ्ट हुई थीं। लेकिन 8 अक्टूबर को दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बड़ा आरोप लगा दिया। उन्होंने दावा किया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष सचिव को पत्र लिखकर चाबी सौंपने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसका मतलब है कि केजरीवाल ने अपना आवास खाली किया ही नहीं था। इसे भी पढ़ें: Delhi CM आवास को किया गया सील, हैंडओवर को लेकर विवाद, AAP का आरोप- आतिशी का सारा सामान निकाल दिया गया बाहरइसके बाद 9 अक्टूबर का दिन आता है। आतिशी के समान को घर से बाहर निकाल कर इसे पूरी तरीके से सील कर दिया जाता है। ऐसे में सवाल यह है कि क्यों मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर करके आवास को सील

तो अपने ही जांल में फंस गए Arvind Kejriwal? शीशमहल क्यों किया गया सील, Inside Story समझिए
दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। इसको लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा भी एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं। पूरा मामला क्या है कि हम आपको बताते हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने यह आवास खाली कर दिया था। केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास 4 अक्टूबर को खाली किया था। आतिशी इस आवास में 7 अक्टूबर को शिफ्ट हुई थीं। लेकिन 8 अक्टूबर को दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बड़ा आरोप लगा दिया। उन्होंने दावा किया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष सचिव को पत्र लिखकर चाबी सौंपने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसका मतलब है कि केजरीवाल ने अपना आवास खाली किया ही नहीं था।
 

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इसके बाद 9 अक्टूबर का दिन आता है। आतिशी के समान को घर से बाहर निकाल कर इसे पूरी तरीके से सील कर दिया जाता है। ऐसे में सवाल यह है कि क्यों मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर करके आवास को सील किया गया? दरअसल, आरोप है कि इस बंगले को विधिवत तरीके से पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट को हैंडोवर नहीं किया गया। इतना ही नहीं, उससे पहले ही मुख्यमंत्री आतिशी का सामान इस बंगले में पहुंचा दिया गया। आरोप लग रहा है कि केजरीवाल के बंगला खाली करने के बाद यह आतिशी को अभी अलॉट भी नहीं किया गया था। आवास किसको अलॉट करना है, इसका अधिकार पीडब्ल्यूडी के पास होता है। 

जब भी कोई घर या बंगला खाली किया जाता है तो उसकी चाबी पीडब्ल्यूडी विभाग को दी जाती है। पीडब्ल्यूडी विभाग उसका जायजा लेता है जिसके बाद घर किसी और को आवंटित किया जा सकता है। लेकिन यहां यह हुआ है कि एक मुख्यमंत्री कुर्सी से हटता है, आवास खाली करता है और दूसरे मुख्यमंत्री को अपनी मर्जी से औपचारिक आवास सौंप देता है। दूसरी मुख्यमंत्री भी शिफ्ट होने में देर नहीं करते हुए फटाफट अपना सामान आवास में भिजवा देती हैं। यहीं से सवाल उठने लगे क्योंकि मुख्यमंत्री का आवास किसी की निजी संपत्ति नहीं बल्कि सरकारी संपत्ति होती है।

बंगला खाली करते वक्त आम आदमी पार्टी की ओर से जो फोटो साझा किए गए उसमें साफ तौर पर यह दिखाया गया है कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता बंगले की चाबी को एक अधिकारी को सौंप रही हैं। लेकिन दावा किया जा रहा है की चाबी सौंपने के कुछ समय बाद ही वापस ले ली गई और पीडब्ल्यूडी को पूरी तरह से हैंडोवर नहीं किया गया। आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दिल्ली एलजी को यह समझना होगा कि दिल्ली में चुनाव जीतना सीएम आवास में रहने की बुनियादी न्यूनतम आवश्यकता है। बीजेपी 27 साल से दिल्ली में जीत नहीं पाई है और वे चुनी हुई AAP सरकार की शक्तियां छीनने, चुनी हुई सरकार का काम रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और अब वे सीएम आवास छीनकर किसी भाजपा नेता को देना चाहते हैं। 
 

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उन्होंने कहा कि आज भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता एक बार फिर सबके सामने है। उन्होंने नवरात्रि के दौरान एक महिला मुख्यमंत्री का सामान बाहर फेंक दिया। भाजपा ने हमेशा झूठ का सहारा लिया है। 4 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री ने विधिवत रूप से चाबियां पीडब्ल्यूडी के अनुभाग अधिकारी को सौंप दीं। पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया। भाजपा सीएम आवास को शीशमहल बताती रही है। दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने कहा कि आख़िरकार केजरीवाल के PwD कर्मचारियों को झुकना पड़ा और हमारी माँगें माननी पड़ीं। अरविंद केजरीवाल का 'शीश महल' सील कर दिया गया है... पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। मौजूदा सीएम को अवैध तरीके से बंगले में ले जाया गया। इसके पीछे क्या साजिश है? प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बंगला PwD को क्यों नहीं सौंपा गया... शीश महल में क्या छुपाना चाह रहे हैं अरविंद केजरीवाल?

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