अहमदाबाद। गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज पढ़ने को लेकर विदेशी छात्रों पर हुए हमले के मद्देनजर अधिकारियों ने उन्हें दूसरे छात्रावास में स्थानांतरित करने का फैसला किया और एक विदेशी छात्र सलाहकार समिति का गठन किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने सुरक्षा एजेंसियों को अपने छात्रावास खंडों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सैन्य कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया है।
हितेश मेवाड़ा और भरत पटेल नाम के दो व्यक्तियों को इस मामले में रविवार को गिरफ्तार किया गया। विदेशी छात्रों पर (सरकारी) गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज पढ़ने पर व्यक्तियों के एक समूह द्वारा हमला किया गया था। पुलिस ने अन्य आरोपियों को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं। गुजरात विश्वविद्यालय की कुलपति नीरजा गुप्ता ने बताया कि संस्थान के अधिकारियों ने विदेश शिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक और एनआरआई छात्रावास के वार्डन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्रों को तीन दिनों के भीतर एनआरआई (अनिवासी भारतीय) छात्रों के लिए बने एक अलग छात्रावास में स्थानांतरित करने का फैसला किया है और सुरक्षा एजेंसियों को अपने छात्रावास खंडों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सैन्य कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया है। गुप्ता ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय ने एक विदेशी छात्र सलाहकार समिति भी गठित की है, जिसमें विदेश शिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक, कानूनी प्रकोष्ठ के सहायक पंजीयक और विश्वविद्यालय लोकपाल इसके सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। पुलिस उपायुक्त तरुण दुग्गल ने कहा कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तकनीकी निगरानी और अन्य तरीकों का उपयोग कर जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, शनिवार रात को हुई घटना के बाद दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक छात्र श्रीलंका से और दूसरा ताजिकिस्तान से है। मामले में 20-25 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत दंगा, गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने, चोट पहुंचाने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक ने रविवार को कहा था कि घटना की जांच के लिए नौ टीम गठित की गई हैं। मलिक ने कहा था कि गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें मामले में सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शनिवार रात करीब 10:50 बजे लगभग दो दर्जन लोग गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में घुसे और विदेशी छात्रों के वहां नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई। मलिक ने कहा, “करीब 20-25 लोग छात्रावास परिसर में घुसे और विदेशी छात्रों के वहां नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई और उन्हें मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए कहा। इसको लेकर उनके बीच बहस हो गई, छात्रों पर हमला व पथराव किया गया। उन्होंने उनके कमरों में भी तोड़फोड़ की।”
उन्होंने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय में अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, श्रीलंका और अफ्रीका के छात्रों समेत लगभग 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं। अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय के ए-ब्लॉक छात्रावास में लगभग 75 विदेशी छात्र रहते हैं, जहां यह घटना हुई। गुजरात विश्वविद्यालय की कुलपति नीरजा गुप्ता ने कहा था कि शनिवार की रात ए-ब्लॉक छात्रावास के परिसर में दो गुटों के बीच टकराव हुआ। उन्होंने कहा कि मामले ने तूल पकड़ लिया और कुछ विदेशी छात्रों को चोट पहुंची।