गाजीपुर से मनोज सिन्हा के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज, जम्मू-कश्मीर के एलजी पद से दे सकते हैं इस्तीफा!
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं और गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है। सिन्हा ने 7 अगस्त, 2020 को जम्मू-कश्मीर के एलजी का पद संभाला। वह उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर के रहने वाले हैं और मई 2014 से मई 2019 तक नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। वह रेल राज्य मंत्री और संचार मंत्रालय (MoS, स्वतंत्र प्रभार) थे। भाजपा ने अभी तक उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार तय नहीं किए हैं, जिनमें गाज़ीपुर भी शामिल है, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा को मिली थी। इसे भी पढ़ें: Lok Sabha Election: 'आज वोटबैंक की नहीं, सिर्फ विकास की राजनीति होती', UP में बोले JP Naddaइस सीट पर 2019 के चुनाव में बसपा के अफजाल अंसारी ने मनोज सिन्हा को हराया था। सिन्हा इस सीट से तीन बार सांसद रहे हैं और 1996, 1999 और 2014 में विजयी रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में, सिन्हा ने इस सीट पर समाजवादी पार्टी की शिवकन्या कुशवाह को हराया था, हालांकि, 2019 में अंसारी से हार गए। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं और गाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है। सिन्हा ने 7 अगस्त, 2020 को जम्मू-कश्मीर के एलजी का पद संभाला। वह उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर के रहने वाले हैं और मई 2014 से मई 2019 तक नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। वह रेल राज्य मंत्री और संचार मंत्रालय (MoS, स्वतंत्र प्रभार) थे। भाजपा ने अभी तक उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार तय नहीं किए हैं, जिनमें गाज़ीपुर भी शामिल है, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा को मिली थी।
इस सीट पर 2019 के चुनाव में बसपा के अफजाल अंसारी ने मनोज सिन्हा को हराया था। सिन्हा इस सीट से तीन बार सांसद रहे हैं और 1996, 1999 और 2014 में विजयी रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में, सिन्हा ने इस सीट पर समाजवादी पार्टी की शिवकन्या कुशवाह को हराया था, हालांकि, 2019 में अंसारी से हार गए। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से गाजीपुर सीट से मैदान में उतार सकती है।
इससे पहले एक कार्यक्रम में मनोज सिन्हा से लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में सवाल पूछा गया था। तब उन्होंने खुद को राजनीति से दूर बताया था और कहा है कि उनके पास इस समय एक बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा था कि गाज़ीपुर मेरा जन्मस्थान है। मैं निरंतर लोगों से संपर्क में रहता हूं। राजनीति से मैं सात अगस्त, 2020 से अलग हूं। इस समय मेरे पास जम्मू-कश्मीर का एक बहुत महत्वपूर्ण काम है। उसे मैं बड़ी ईमानदारी और क्षमता के हिसाब से कर रहा हूं, मैं मानता हूं कि ये माता वैष्णो देवी और बाबा अमरनाथ ने जो मुझे दिया है।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस देश का एकमात्र बल है जिसने नियमित पुलिस कर्तव्यों और नागरिक गतिविधियों के बीच बेहतर संतुलन बनाया है। सिन्हा ने यहां डल झील के तट पर 23वीं अखिल भारतीय पुलिस जल खेल चैंपियनशिप के उद्घाटन के मौके पर कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर पुलिस देश का एकमात्र ऐसा बल है जिसने आतंकवाद रोधी अभियानों, सामान्य पुलिस कर्तव्यों, खेल गतिविधियों और नागरिक कार्यक्रमों के बीच एक बेहतर संतुलन बनाया है।’’ सिन्हा ने कहा कि जल खेलों, विशेषकर कयाकिंग, कैनोइंग और रोइंग में साहस, दृढ़ संकल्प और बलिदान की आवश्यकता होती है।