केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जगन्नाथ मंदिर के किये दर्शन, 15 साल बाद उतर रहे हैं चुनावी मैदान में
भुवनेश्वर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोमवार को पुरी में जगन्नाथ मंदिर में दर्शन किया। वह 15 साल के अंतराल के बाद चुनावी मैदान में उतरे हैं। मंदिर में दर्शन के समय प्रधान के साथ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी थे। प्रधान को संबलपुर से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि पात्रा को पुरी से फिर से टिकट दिया गया है। प्रधान ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भगवान जगन्नाथ हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान का एक अभिन्न अंग हैं। उनका आशीर्वाद हमेशा हम पर रहा है। मां समलेई की पवित्र भूमि संबलपुर से लोकसभा के लिए उम्मीदवार बनने के बाद सबसे पहले भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।’’ इसे भी पढ़ें: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार चुने जाने के कारण केंद्र सरकार ने धन रोका : Congressउन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि भगवान का आशीर्वाद जनता की सेवा करने के लिए और अधिक ताकत देगा। मैं हमेशा लोगों की सेवा में अपने कौशल और क्षमता का पूरा उपयोग करने का प्रयास करूंगा।’’ प्रधान ने कहा कि भगवान जगन्नाथ के आश
भुवनेश्वर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोमवार को पुरी में जगन्नाथ मंदिर में दर्शन किया। वह 15 साल के अंतराल के बाद चुनावी मैदान में उतरे हैं। मंदिर में दर्शन के समय प्रधान के साथ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी थे। प्रधान को संबलपुर से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि पात्रा को पुरी से फिर से टिकट दिया गया है।
प्रधान ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भगवान जगन्नाथ हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान का एक अभिन्न अंग हैं। उनका आशीर्वाद हमेशा हम पर रहा है। मां समलेई की पवित्र भूमि संबलपुर से लोकसभा के लिए उम्मीदवार बनने के बाद सबसे पहले भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि भगवान का आशीर्वाद जनता की सेवा करने के लिए और अधिक ताकत देगा। मैं हमेशा लोगों की सेवा में अपने कौशल और क्षमता का पूरा उपयोग करने का प्रयास करूंगा।’’ प्रधान ने कहा कि भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से भाजपा ओडिशा में सरकार बनाएगी और केंद्र में सत्ता बरकरार रखेगी। उनका कहना था, ‘‘ओडिशा में बदलाव की लहर साफ दिख रही है।