देश के आईटी शहर गुरुग्राम की दो विधानसभा सीटों पर चुनावी मुकाबले की तस्वीर साफ हो गई है। बीजेपी ने मुकेश शर्मा और कांग्रेस ने मोहित ग्रोवर को गुरुग्राम सीट पर उतारा है, लेकिन पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह के लड़ने से इस जिले की बादशाहपुर सीट की चर्चा अधिक हो रही है। पांच साल बाद मजबूत वापसी करते हुए राव नरबीर सिंह ने बादशाहपुर से दोबार टिकट हासिल की है। 63 साल के राव नरबीर सिंह 25 साल की उम्र में हरियाणा के गृह राज्य मंत्री बने थे। जो अभी तक एक रिकॉर्ड है।
हरियाणा सरकार में तीन बार के मंत्री राव नरबीर से सामने कांग्रेस ने वर्धन यादव पर दांव खेला है। गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट के अंर्तगत काफी शहरी क्षेत्र आता है। जिसमें काफी पॉश सोसाइटी भी शामिल हैं। द्वारका एक्सप्रेस वे के कई सेक्टर भी इस विधानसभा का हिस्सा हैं। बादहशाहपुर हरियाणा की सर्वाधिक मतदाताओं वाली सीट है। कांग्रेस के वर्धन यादव मूलरूप से गुरुग्राम के ही रहने वाले हैं। वह एनएसयूआई में सक्रियता रखने के बाद पार्टी के संगठन में आगे आए थे। लोकसभा चुनावों में वर्धन यादव ने फिल्म अभिनेता राज बब्बर के चुनाव प्रचार के प्रबंधन में बड़ी भूमिका निभाई थी।
उनको दीपेंद्र हुड्डा टीम का हिस्सा माना जाता है। 35 साल के वर्धन यादव अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में वह जहां उनका युवा और निर्विवादित होना मजबूती है तो दूसरी तरफ राव नरबीर सियासत के बड़े खिलाड़ी हैं। वर्धन यादव वर्तमान में एआईसीसी मेंबर हैं। इससे पहले वह इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और इससे पहले एनएसयूआई के नेशनल जनरल सेक्रेटरी और स्टेट प्रेसीडेंट का दायित्व संभाल चुके हैं। 2014 में वह बादशाहपुर से जीतकर मनोहर लाल 1.0 में मंत्री बने थे। तब उनकी हैसियत नंबर दो मंत्री की थी, लेकिन 2019 में उनका टिकट कट गया था।