आप चाहते हैं तो मैं अंबानी-अडानी का नाम लिस्ट से निकाल देता हूं, राहुल के इतना बोलते ही स्पीकर ने याद दिलाई नियम-प्रक्रिया
राहुल गांधी ने बजट भाषण पर बोलते हुए कहा कि अपने पिछले भाषण में मैंने कुछ धार्मिक अवधारणाओं के बारे में बात की थी। शिव जी की अहिंसा की अवधारणा, तथ्य यह है कि त्रिशूल उनकी पीठ के पीछे रखा जाता है और हाथ में नहीं रखा जाता है। मैंने शिव जी के गले में सांप के बारे में बात की, और मैंने यह भी कहा कि कैसे हमारे देश में सभी धर्म अहिंसा के विचार का प्रस्ताव करते हैं और इसे 'डरो मत, डरो मत' वाक्यांश में समाहित किया जा सकता है। इसे भी पढ़ें: Lok sabha में राहुल गांधी ने किया महाभारत का जिक्र, कहा- अभिमन्यु की तरह हिंदुस्तान के लोगों को फंसाया गया राहुल ने कहा कि मैंने यह भी कहा कि व्यक्तिगत से परे एक विचार है, अभय मुद्रा का विचार, जो हर किसी के प्रति स्नेह और अहिंसा की भावना को स्थानांतरित करता है। भारत में डर का माहौल है और यह डर हमारे देश के हर हिस्से में व्याप्त है। समस्या यह है कि भाजपा में केवल एक ही व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने की अनुमति है। अगर रक्षा मंत्री प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो यह एक बड़ी समस्या है; डर है। यह डर पूरे देश में फैला हुआ है, और मैं खुद से यह सवाल पूछता

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In my last speech, I spoke about some religious concepts. Shiv ji's concept of Ahinsa, the fact that the trishool is placed behind his back and not held in the hand. I spoke about the snake on Shiv ji's neck, and I also said how all religions in our country propose the idea of… pic.twitter.com/d7nlop1jxk
— Congress (@INCIndia) July 29, 2024
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