हर साल 03 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस यानी की वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने के पीछे का उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को समझना और संरक्षण के लिए समर्पित होना है। वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे हमें संगठन के रूप में मिलकर काम करने की प्रेरणा देता है। जिससे के हम सभी साझा उत्तरदायित्व के रूप में पृथ्वी के संरक्षण में योगदान कर सकें। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतरराष्ट्रीय वन्य जीव ट्रेड पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव लाया गया। जिससे कि लुप्त हो रहे जीवों का संरक्षण किया जा सके।
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2013 को अपने 68वें सत्र में हर साल 03 मार्च को वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे मनाए जाने की घोषणा की थी। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा अंतरराष्ट्रीय वन्य जीव ट्रेड पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर 03 मार्च 1973 को हस्ताक्षर किया। जिससे कि विलुप्त हो रहे जीवों और पेड़-पौधों को संरक्षित किया जा सके। पहली बार 03 मार्च 2014 को विश्व वन्य जीव दिवस मनाया गया था।
वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे 2024 थीम
इस बाद विश्व वन्यजीव दिवस 2024 की थीम 'लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज' करना रखी गई है। इस थीम के मुताबिक नवीनतम डिजिटल तकनीकों और नवाचारों के इस्तेमाल से जंगली जीवों को संरक्षित करने के साथ ही उनमें वृद्धि करने की दिशा में भी ध्यान दिया जाएगा।
वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे का महत्व
वन्य जीवों के लुप्त होने से न सिर्फ पर्यावरणीय संतुलन बल्कि विकास पर भी असर पड़ता है।
जंगली जीवों और पौधों का अद्भुत संरक्षण जरूरी है।
इनको संरक्षित करने से भूमि पर जीवन को संभाला जा सकता है।
संदेश और उद्देश्य
संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्यों की दिशा में कदम बढ़ाना।
वन्य जीवों के संरक्षण के लिए समाधान खोजना।
लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण पर ध्यान आकर्षित करना।
जंगली जीवों की संरक्षण में संयुक्त प्रयास