Vijayawada East Assembly Constituency: विजयवाड़ा पूर्व विधानसभा सीट से कौन मारेगा बाजी, समझिए इस सीट का समीकरण
आंध्र प्रदेश में 13 मई को राज्य की 25 लोकसभा सीटों के साथ 175 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव कराया जा रहा है। विजयवाड़ा पूर्व विधानसभा सीट आंध्र प्रदेश की एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में तेलुगू देसम ने जीत दर्ज की थी। यह विधानसभा सीट आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में आती है। साल 2019 के चुनाव में इस सीट पर कुल 44 फीसदी वोट पड़े थे। साल 2019 के चुनाव में टीडीपी पार्टी के गड्डे राम मोहन ने 82,990 वोटों से जीत हासिल की थी। वहीं वाईएसआरसीपी पार्टी के बोप्पना भाव कुमार उपविजेता रहे।इस सीट पर इस बार वाईएसआरसीपी, टीडीपी और कांग्रेस समेत तीनों राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति से दांव लगाया है। प्रदेश की राजनीति में कम्मा, कापू और रेड्डी समुदायों का बड़ा प्रभाव होता है। इस विधानसभा सीट पर कम्मा समुदाय का दबदबा है। हालाँकि यहां पर कम्मा ज्यादा संख्या में नहीं है। लेकिन वह समृद्ध व प्रभावशाली हैं। ऐसे में सभी प्रमुख दलों ने दो दशकों से विजयवाड़ा में अधिकतर कम्मा समुदाय के प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारते रहे हैं।इसे भी पढ़ें: Ongole East Assembly: यहां समझिए
आंध्र प्रदेश में 13 मई को राज्य की 25 लोकसभा सीटों के साथ 175 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव कराया जा रहा है। विजयवाड़ा पूर्व विधानसभा सीट आंध्र प्रदेश की एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में तेलुगू देसम ने जीत दर्ज की थी। यह विधानसभा सीट आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में आती है। साल 2019 के चुनाव में इस सीट पर कुल 44 फीसदी वोट पड़े थे। साल 2019 के चुनाव में टीडीपी पार्टी के गड्डे राम मोहन ने 82,990 वोटों से जीत हासिल की थी। वहीं वाईएसआरसीपी पार्टी के बोप्पना भाव कुमार उपविजेता रहे।
इस सीट पर इस बार वाईएसआरसीपी, टीडीपी और कांग्रेस समेत तीनों राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति से दांव लगाया है। प्रदेश की राजनीति में कम्मा, कापू और रेड्डी समुदायों का बड़ा प्रभाव होता है। इस विधानसभा सीट पर कम्मा समुदाय का दबदबा है। हालाँकि यहां पर कम्मा ज्यादा संख्या में नहीं है। लेकिन वह समृद्ध व प्रभावशाली हैं। ऐसे में सभी प्रमुख दलों ने दो दशकों से विजयवाड़ा में अधिकतर कम्मा समुदाय के प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारते रहे हैं।
आपको बता दें कि यहां पर पीएम मोदी का रोड शो हो चुका है। इसके साथ ही YSR कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। तो वहीं कांग्रेस पार्टी को आस है कि इस बार राज्य और केंद्र के खिलाफ सत्ता विरोधी रुख से उसे फायदा पहुंचेगा। तीनों दलों के नेता जमकर प्रचार में जुटे थे। इस दौरान आंध्र प्रदेश का सियासी माहौल भी काफी गर्म है।