Uttar Pradesh के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आरक्षण के खिलाफ हैं : कांग्रेस
कांग्रेस ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरक्षण के खिलाफ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा-आरएसएस लोकसभा में 400 से अधिक सीट चाहते हैं ताकि बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को बदलकर ‘मनुस्मृति की विचारधारा’ पर आधारित संविधान बनाया जा सके। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आदित्यनाथ की वेबसाइट से एक लेख साझा किया और दावा किया कि मुख्यमंत्री ने पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण का वर्णन करने के लिए ‘‘निकम्मा’’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा-आरएसएस के 400 पार वाले नारे के पीछे भी यही राज है। वह ऐसा इसलिए चाह रहे हैं ताकि संसद में 400 सीट के बहुमत से बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान में संशोधन कर सकें और दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों से उनके आरक्षण का हक छीन सकें।’’ रमेश ने दावा किया, ‘‘यह दशकों से चली आ रही आरएसएस की साजिश को अंजाम देना चाहते हैं और बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को खत्म करके मनुवादी सोच पर आधारित नया संविधान बनाना चाहते हैं।

कांग्रेस ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरक्षण के खिलाफ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा-आरएसएस लोकसभा में 400 से अधिक सीट चाहते हैं ताकि बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को बदलकर ‘मनुस्मृति की विचारधारा’ पर आधारित संविधान बनाया जा सके।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आदित्यनाथ की वेबसाइट से एक लेख साझा किया और दावा किया कि मुख्यमंत्री ने पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण का वर्णन करने के लिए ‘‘निकम्मा’’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा-आरएसएस के 400 पार वाले नारे के पीछे भी यही राज है। वह ऐसा इसलिए चाह रहे हैं ताकि संसद में 400 सीट के बहुमत से बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान में संशोधन कर सकें और दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों से उनके आरक्षण का हक छीन सकें।’’
रमेश ने दावा किया, ‘‘यह दशकों से चली आ रही आरएसएस की साजिश को अंजाम देना चाहते हैं और बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को खत्म करके मनुवादी सोच पर आधारित नया संविधान बनाना चाहते हैं।
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