Soro Assembly 2024: सोरो विधानसभा सीट पर BJD लगाएगी जीत की हैट्रिक या भाजपा बदलेगी गेम
लोकसभा चुनाव के साथ-साथ ओडिशा में विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। ओडिशा के 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए चार चरणों में मतदान हो रहा है। अब राज्य विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान 20 मई को होना है। जबकि तीसरे चरण का मतदान 25 मई और चौथे चरण का मतदान 1 जून को होना है। बता दें कि सोरो विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने परशुराम ढाढ़ा को चुनावी रण में उतारा है। भाजपा प्रत्याशी परशुराम ढाडा भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से परशुराम ढाडा को चुनावी मैदान में उतारा है। ढाडा को साल 2014 और 2019 में बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार के रूप में सोरो विधानसभा सीट से जीत हासिल की। लेकिन पिछले महीने पर बीजद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। बताया जा रहा था कि इस सीट से राजेंद्र कुमार दास ने भी नामांकन किया था। विधानसभा चुनाव में भाजपा और बीजद के बीच तीखी झड़प की उम्मीद है, न कि दोस्ताना मुकाबले की। इसे भी पढ़ें: Nabarangpur Assembly: ओडिशा के नबरंगपुर सीट पर बुआ-भतीजे के बीच मुकाबला, समझिए यहां का समीकरणबीजद प्रत्याशी माधव ढाडावहीं सोरो विधानसभा सीट से बीजू जनता दल ने माधव डाढा को मैदान में उत
लोकसभा चुनाव के साथ-साथ ओडिशा में विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। ओडिशा के 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए चार चरणों में मतदान हो रहा है। अब राज्य विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान 20 मई को होना है। जबकि तीसरे चरण का मतदान 25 मई और चौथे चरण का मतदान 1 जून को होना है। बता दें कि सोरो विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने परशुराम ढाढ़ा को चुनावी रण में उतारा है।
भाजपा प्रत्याशी परशुराम ढाडा
भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से परशुराम ढाडा को चुनावी मैदान में उतारा है। ढाडा को साल 2014 और 2019 में बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार के रूप में सोरो विधानसभा सीट से जीत हासिल की। लेकिन पिछले महीने पर बीजद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। बताया जा रहा था कि इस सीट से राजेंद्र कुमार दास ने भी नामांकन किया था। विधानसभा चुनाव में भाजपा और बीजद के बीच तीखी झड़प की उम्मीद है, न कि दोस्ताना मुकाबले की।
बीजद प्रत्याशी माधव ढाडा
वहीं सोरो विधानसभा सीट से बीजू जनता दल ने माधव डाढा को मैदान में उतारा है। माधव सोरो नगर पालिका के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं। इससे पहले वह भाजपा में थे, लेकिन पार्टी छोड़ने के बाद वह सीएम पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद पार्टी में शामिल हो गए। ऐसे में इस सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।