Shimla की सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब, Minister Anirudh Singh भी आये साथ, मस्जिद के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ जनता का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के विरोध में लगातार धरने प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी कड़ी में आज शिमला की सड़कों पर जनता का जो सैलाब उमड़ा वह देखने लायक था। खास बात यह रही कि हिमाचल प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया था जिसके जवाब में असद्दुदीन ओवैसी ने उन पर पलटवार किया था। अनिरुद्ध सिंह के धरना प्रदर्शन में शामिल होने को राज्य सरकार में मतभेद बढ़ने के रूप में भी देखा जा रहा है। अनिरुद्ध सिंह का साफ कहना है कि जो लोग बाहर से आकर राज्य में गड़बड़ी कर रहे हैं उनको बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।इसे भी पढ़ें: सरकारी जमीन पर कब्जा कर मस्जिद, मदरसा, कब्रिस्तान और चर्च क्यों बनाये जा रहे हैं?दूसरी ओर, लोगों के प्रदर्शन में साधु संत, हिंदूवादी संगठनों के नेता और कार्यकर्ता तथा भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। रिपोर्टों के मुताबिक संजौली चौक से ढली टनल और फिर चौक तक प्रदर्शन हुआ। इस दौरान जमकर नारेबाजी
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ जनता का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के विरोध में लगातार धरने प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी कड़ी में आज शिमला की सड़कों पर जनता का जो सैलाब उमड़ा वह देखने लायक था। खास बात यह रही कि हिमाचल प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया था जिसके जवाब में असद्दुदीन ओवैसी ने उन पर पलटवार किया था। अनिरुद्ध सिंह के धरना प्रदर्शन में शामिल होने को राज्य सरकार में मतभेद बढ़ने के रूप में भी देखा जा रहा है। अनिरुद्ध सिंह का साफ कहना है कि जो लोग बाहर से आकर राज्य में गड़बड़ी कर रहे हैं उनको बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
दूसरी ओर, लोगों के प्रदर्शन में साधु संत, हिंदूवादी संगठनों के नेता और कार्यकर्ता तथा भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। रिपोर्टों के मुताबिक संजौली चौक से ढली टनल और फिर चौक तक प्रदर्शन हुआ। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई और अवैध निर्माण को हटाने की मांग की गयी। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। लोगों ने अवैध निर्माण हटाने के लिए राज्य सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। लोगों का कहना है कि यदि मांग नहीं मानी गयी तो फिर बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जायेगा।