Rabri Devi ने मुख्यमंत्री Nitish Kumar पर महिलाओं को अपमानित करने का लगाया आरोप
पटना । बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में अपनी कुछ चुनावी रैलियों में महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने एक बयान जारी कर प्रश्न किया ,‘‘ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी। आप निरंतर महिलाओं की अस्मिता और गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक बयान क्यों दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश जी, किसी के कपड़ो में झांकने से बेहतर होता कि आप बिहारवासियों की दुख, तकलीफ और परेशानियों को देखते। चाहे सदन हो या सड़क या चुनावी मंच, मुख्यमंत्री सब काम धाम छोड़ कर महिलाएं क्या करती हैं। वे क्यों ऐसा करती हैं। वे क्या खाती हैं। वे क्या ओढ़ती हैं, वे क्या पहनती हैं। वे बच्चे क्यों पैदा करती हैं। बस इन्हीं सब फालतू बातों में वह (कुमार) लगे रहते हैं।’’ राबडी देवी ने सोशल मीडिया मंच ‘‘एक्स’’ पर अपने एक पोस्ट में जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार की एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए कहा, ‘‘बताइए कह रहे हैं कि इनके आने (सत्ता में आने) से पहले आपके घर की महिलाएं, बहन-बेटियां कपड़
पटना । बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में अपनी कुछ चुनावी रैलियों में महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने एक बयान जारी कर प्रश्न किया ,‘‘ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी। आप निरंतर महिलाओं की अस्मिता और गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक बयान क्यों दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश जी, किसी के कपड़ो में झांकने से बेहतर होता कि आप बिहारवासियों की दुख, तकलीफ और परेशानियों को देखते। चाहे सदन हो या सड़क या चुनावी मंच, मुख्यमंत्री सब काम धाम छोड़ कर महिलाएं क्या करती हैं। वे क्यों ऐसा करती हैं। वे क्या खाती हैं। वे क्या ओढ़ती हैं, वे क्या पहनती हैं। वे बच्चे क्यों पैदा करती हैं। बस इन्हीं सब फालतू बातों में वह (कुमार) लगे रहते हैं।’’
राबडी देवी ने सोशल मीडिया मंच ‘‘एक्स’’ पर अपने एक पोस्ट में जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार की एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए कहा, ‘‘बताइए कह रहे हैं कि इनके आने (सत्ता में आने) से पहले आपके घर की महिलाएं, बहन-बेटियां कपड़े ही नहीं पहनती थीं। मुख्यमंत्री जी, यह क्या-क्या कुतर्क गढ़ रहे हैं। राजनीतिक विरोध करना है तो तर्क और तथ्यों से करिए, न कि इस तरह कि जब मन में आया, अपनी अपनी तंग सोच और जुबान से महिलाओं की अस्मिता को ठेस पहुंचा दिया। आप जिम्मेवार पद पर हैं, थोड़ी जिम्मेवारी और मर्यादा का ख्याल रखिए।