दिव्यांगता प्रमाण-पत्रों में कथित रूप से जालसाजी करने के आरोप में आईएएस प्रोबेशनरी पूजा खेडकर के खिलाफ चल रही जांच ने सिविल सेवाओं के लिए चयन प्रक्रिया पर ग्रहण लगा दिया है। सोशल मीडिया पर कुछ नौकरशाहों को सेवा में पद हासिल करने के लिए विकलांगता प्रमाण-पत्रों का गलत इस्तेमाल करने के लिए दोषी ठहराया जा रहा है। अब IAS से अभिनेता बने नौकरशाह अभिषेक सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग में चयन के लिए विकलांगता प्रमाण-पत्र का इस्तेमाल करने के आरोपों का जवाब दिया।
अभिषेक सिंह, 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने अभिनेता बनने के लिए पिछले साल इस्तीफा दे दिया था। सोशल मीडिया पर उनके वीडियो, जिसमें वे डांस करते और व्यायाम करते नजर आ रहे हैं, विवाद का विषय बन गए क्योंकि उन्होंने यूपीएससी चयन प्रक्रिया में कथित रूप से रियायतें पाने के लिए चलने-फिरने में अक्षमता का दावा किया था।
अभिषेक सिंह ने सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट में कहा, "जब से मैंने आरक्षण के पक्ष में आवाज उठानी शुरू की है, आरक्षण विरोधियों की पूरी फौज ने सबकुछ छोड़कर मेरे खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्हें यह बात हजम नहीं हो रही है कि सामान्य वर्ग का लड़का आरक्षण के पक्ष में कैसे बोल सकता है।" अभिषेक सिंह ने कहा कि वह जल्द ही आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाकर आबादी के हिसाब से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि "जो लोग आरक्षण का विरोध करते हैं, जो इससे परेशान हैं और अपनी प्रतिभा पर गर्व करते हैं, उनसे मैं यही कहूंगा कि अगर आपमें इतनी प्रतिभा है तो सरकारी नौकरियों में घुसना बंद कर दीजिए और खुले मैदान में आकर व्यापार कीजिए, उद्योगपति बनिए, खिलाड़ी बनिए, अभिनेता बनिए। वहां कोई आपकी सीट नहीं मांग रहा है। वहां कोई आरक्षण नहीं है।" अभिषेक सिंह ने इस दावे को भी खारिज किया कि उनके पिता आईपीएस अधिकारी थे, इसलिए चयन के दौरान उनकी मदद की गई।
उन्होंने कहा, "मेरे पिता बहुत गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं। वे पीपीएस अधिकारी बने और फिर आईपीएस में पदोन्नत हुए। मेरी छोटी बहन और भाई ने भी यूपीएससी की तैयारी की, लेकिन उनका चयन नहीं हो सका। इसके अलावा मेरे सात चचेरे भाईयों ने भी यूपीएससी के लिए प्रयास किया और अभी भी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी का चयन नहीं हुआ है। मैं अपने पूरे परिवार में अकेला हूं, जो आईएएस में चयनित हुआ।"
पिछले साल सिविल सेवा छोड़ने वाले अभिषेक सिंह ने सनी लियोन और अदा शर्मा जैसे अभिनेताओं के साथ कुछ संगीत वीडियो में काम किया है। उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल में मशहूर हस्तियों और राजनेताओं के साथ उनकी कई तस्वीरें हैं। सिविल सेवा छोड़ने से पहले भी सिंह संगीत वीडियो में काम करते थे। फरवरी 2023 में, उत्तर प्रदेश सरकार ने अभिषेक सिंह को निलंबित कर दिया, जो उस समय राजस्व विभाग से जुड़े थे, बिना किसी आधिकारिक मंजूरी के छुट्टी पर जाने के कारण।
नवंबर 2022 में, अभिषेक सिंह को गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान जनरल ऑब्जर्वर के पद से "मुक्त" कर दिया गया था। यह तब हुआ जब चुनाव आयोग ने उनके आधिकारिक वाहन के साथ पोज देने और तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर आपत्ति जताई। फिलहाल अभिषेक सिंह अपनी पहली फिल्म 'मां काली' की तैयारी में जुटे हैं।