Nipah Virus से संक्रमित पाया गया 14 साल का लड़का, सहायता के लिए केरल टीम भेजेगी केंद्र सरकार
नयी दिल्ली। केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस के संक्रमण का मामला सामने आने के बाद जांच कार्य में राज्य सरकार की सहायता के लिए केंद्र सरकार एक ‘बहु-सदस्यीय संयुक्त प्रकोप प्रतिक्रिया टीम’ तैनात करेगी। केंद्रीय टीम वायरस के महामारी से संबंधों की पहचान करने के अलावा तकनीकी सहायता प्रदान करेगी। इसे भी पढ़ें: ब्रज मंडल यात्रा से पहले Haryana Govt का बड़ा फैसला, नूंह में 24 घंटे के लिए स्थगित की इंटरनेट और एसएमएस सेवाएंकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि जिले का 14 वर्षीय एक लड़का तीव्र ‘एंसेफलाइटिस सिंड्रोम’ से पीड़ित था और उसे कोझिकोड के एक उच्च स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित करने से पहले पेरिंथलमन्ना में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बयान में कहा गया कि इस बीमारी से लड़के ने दम तोड़ दिया और उसके नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजे गए जहां निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। फलदार पेड़ों पर रहने वाले चमगादड़ इस वायरस का सामान्य स्रोत हैं और चमगादड़ द्वारा दूषित फलों का सेवन करने से मनुष्य संक्रमित हो सकते हैं। इसे भी पढ़ें: UGC NET
नयी दिल्ली। केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस के संक्रमण का मामला सामने आने के बाद जांच कार्य में राज्य सरकार की सहायता के लिए केंद्र सरकार एक ‘बहु-सदस्यीय संयुक्त प्रकोप प्रतिक्रिया टीम’ तैनात करेगी। केंद्रीय टीम वायरस के महामारी से संबंधों की पहचान करने के अलावा तकनीकी सहायता प्रदान करेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि जिले का 14 वर्षीय एक लड़का तीव्र ‘एंसेफलाइटिस सिंड्रोम’ से पीड़ित था और उसे कोझिकोड के एक उच्च स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित करने से पहले पेरिंथलमन्ना में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बयान में कहा गया कि इस बीमारी से लड़के ने दम तोड़ दिया और उसके नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजे गए जहां निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। फलदार पेड़ों पर रहने वाले चमगादड़ इस वायरस का सामान्य स्रोत हैं और चमगादड़ द्वारा दूषित फलों का सेवन करने से मनुष्य संक्रमित हो सकते हैं।
बयान में कहा गया कि केरल में निपाह वायरस रोग (एनआईवीडी) का प्रकोप पहले भी सामने आया है। आखिरी बार इसका प्रकोप 2023 में कोझिकोड जिले में दिखा था। मंत्रालय ने राज्य सरकार को जान गंवाने वाले लड़के के परिवार और उसके पड़ोस तथा समान क्षेत्रों में रहने वाले संक्रमित लोगों का पता लगाने जैसे सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को तुरंत लागू करने की सलाह दी है। केरल को यह भी सलाह दी गई है कि वह पिछले 12 दिनों में मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाना शुरू करे और उन्हें सख्ती के साथ पृथकवास में भेजे।