हर साल 04 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाए जाने के पीछे का उद्देश्य दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में लोगों को जागरुक करना है। पूरे सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दौरान तमाम तरह के विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों को सुरक्षित रहने के लिए बताया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे मनाए जाने की आवश्यकता क्यों पड़ी और यह मार्च महीने में क्यों मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के इतिहास, महत्व और थीम के बारे में...
इस दिन मनाया जाता है राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह
हर वर्ष मार्च महीने में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। वहीं 04 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। 04 मार्च से पूरे सप्ताह लोगों को सुरक्षा के प्रति विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए जागरुक किया जाता है।
क्यों मनाते हैं सुरक्षा सप्ताह
बता दें कि 04 मार्च 1972 को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना हुई थी। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का काम दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए गए सुरक्षा उपायों के बारे में जनता के बीच जागरुकता फैलाना है।
महत्व
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि दुर्घटना कभी भी और कहीं भी हो सकती है। ऐसे में सावधानी से या संभावित दुर्घटना के बारे में जानते हुए इससे बचा जा सकता है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का उद्देश्य सभी सेक्टरों में सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के साथ ही दुर्घटनाओं में कमी लाना है। किसी भी सेक्टर में काम करने वाले नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। इस दौरान लोगों को सुरक्षा से जुड़ी बातें बताई जाती हैं और इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट से बचने के तरीकों के साथ ही इससे होने वाले नुकसानों के बारे में बताया जाता है।
थीम
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के मौके पर हर साल एक खास थीम रखी जाती है। इस बार यानी की साल 2024 में 'ईएसजी उत्कृष्टका के लिए सुरक्षा नेतृत्व' थीम रखी गई है। आपको बता दें कि यहां पर ईएसजी का अर्थ पर्यावरण, सामाजिक और शासन से है।