Mumbai Police ने साइबर धोखाधड़ी में गवांए गए 82.55 लाख रुपये बरामद किए

मुंबई पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय स्कूल के साइबर धोखाधड़ी का शिकार होकर गवांए गए 82.55 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए मैन-इन-द-मिडिल साइबर हमले की रणनीति अपनाई गई थी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मैन इन द मिडल (एमआईटीएम) वह रणनीति है जिसमें हमलावर गुप्त रूप से दो पक्षों के बीच संदेशों को रोकता है और उन्हें अपने अनुसार प्रसारित करता है। इस दौरान पीड़ितों को यह लगता है कि वे ही एक-दूसरे के साथ संपर्क में हैं और बातचीत कर रहे हैं जबकि वास्तव में यह काम साइबर अपराधी करता है। मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया “ घटना 23 फरवरी से 16 मार्च के बीच हुई। स्कूल ने कैफेटेरिया बनाने के लिए सामग्री खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी, जिसके लिए सकूल ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित एक फर्म से समझौता किया था। फर्म ने समझौते के तहत अपने बैंक विवरण भेजे। उन्होंने बताया “एक अज्ञात व्यक्ति ने एक समान ईमेल आईडी बनाई और अमेरिका स्थित एक बैंक का विवरण स्कूल को भेज दिया। स्कूल ने समझा कि यह ईमेल यूएई की फर्म से भेजा गया

Mumbai Police ने साइबर धोखाधड़ी में गवांए गए 82.55 लाख रुपये बरामद किए

मुंबई पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय स्कूल के साइबर धोखाधड़ी का शिकार होकर गवांए गए 82.55 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए मैन-इन-द-मिडिल साइबर हमले की रणनीति अपनाई गई थी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

मैन इन द मिडल (एमआईटीएम) वह रणनीति है जिसमें हमलावर गुप्त रूप से दो पक्षों के बीच संदेशों को रोकता है और उन्हें अपने अनुसार प्रसारित करता है। इस दौरान पीड़ितों को यह लगता है कि वे ही एक-दूसरे के साथ संपर्क में हैं और बातचीत कर रहे हैं जबकि वास्तव में यह काम साइबर अपराधी करता है।

मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया “ घटना 23 फरवरी से 16 मार्च के बीच हुई। स्कूल ने कैफेटेरिया बनाने के लिए सामग्री खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी, जिसके लिए सकूल ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित एक फर्म से समझौता किया था।

फर्म ने समझौते के तहत अपने बैंक विवरण भेजे। उन्होंने बताया “एक अज्ञात व्यक्ति ने एक समान ईमेल आईडी बनाई और अमेरिका स्थित एक बैंक का विवरण स्कूल को भेज दिया। स्कूल ने समझा कि यह ईमेल यूएई की फर्म से भेजा गया है।

इसके बाद स्कूल ने 87.26 लाख रुपये ठग द्वारा दिए गए बैंक खाते में भेज दिए। जल्द ही स्कूल को एहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है, जिसके बाद स्कूल ने मध्य क्षेत्र साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।

अधिकारी ने कहा कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और बैंक के नोडल अधिकारी से संपर्क किया गया। इसके बाद 82.55 लाख रुपये की वसूली हुई।

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