महाराष्ट्र विधानसभा में मानसून सत्र से पहले कैबिनेट विस्तार हो सकता है, जिसमें प्रत्येक महायुति पार्टी से तीन विधायकों को मंत्री के रूप में शामिल किया जाएगा। मानसून सत्र 27 जून को शुरू होगा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उससे दो-तीन दिन पहले बहुप्रतीक्षित विस्तार कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि महायुति की नजर मास्टर प्लान के तहत मराठों और ओबीसी को अपने पक्ष में लाने पर है। विशेष रूप से, यह सरकार का आखिरी सत्र होने जा रहा है क्योंकि राज्य में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसलिए कैबिनेट विस्तार में तीनों दलों को तवज्जो दी जाएगी।
इससे पहले 18 जून को एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है। फिलहाल महाराष्ट्र सरकार में 29 मंत्री हैं। इनमें से शिवसेना और बीजेपी के 10-10 मंत्री हैं जबकि 9 मंत्री अजित पवार की एनसीपी से हैं। हर महायुती पार्टी से तीन संभावित विधायकों के नाम हैं, जो कैबिनेट के लिए चर्चा में हैं। इस बीच बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। शीर्ष नेतृत्व ने उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को सरकार में रहते हुए पार्टी के लिए काम करने का निर्देश दिया है। इसलिए फडणवीस सरकार और संगठन के बीच समन्वय बनाए रखेंगे।
चर्चा में इनके नाम
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार गुट (एनसीपी)
1. मकरंद आबा पाटिल - मराठा सतारा पश्चिमी महाराष्ट्र
2. विक्रम काले - मराठा मराठवाड़ा एमएलसी
3. संग्राम जगताप - मराठा उत्तर महाराष्ट्र
शिव सेना शिंदे गुट (शिवसेना)
1. भरत गोगावले - मराठा कोंकण
2. संजय शिरसाट - दलित मराठवाड़ा
3. प्रताप सरनाईक - मराठा कोंकण
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
1. देवयानी फरांडे - ओबीसी उत्तर महाराष्ट्र
2. माधुरी मिसाल - मराठा पश्चिम महाराष्ट्र
3. संजय कुटे - ओबीसी विदर्भ