Lok Sabha Election Results 2024: मोदी की होगी वापसी या इंडिया ब्लॉक का दिखेगा दम? अब निर्णय की बारी...मतगणना शुरू

छह सप्ताह में सात दौर के मतदान और रिकॉर्ड संख्या में वोट पड़ने के बाद, भारत एक ऐतिहासिक फैसले के मुहाने पर खड़ा है। आज, देश को पता चल जाएगा कि क्या भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) अपना शासन जारी रखेगा या क्या कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्षी इंडिया गुट उम्मीदों को खारिज कर सत्ता में आएगा। लोकसभा चुनाव को लेकर अब वोटों की गिनती शुरू हो गई है। एग्जिट पोल ने ज्यादातर सर्वसम्मत नतीजे की भविष्यवाणी की है। हालाँकि, 40 विपक्षी दलों वाले इंडिया ब्लॉक को भरोसा है कि वह मतगणना के दिन बहुमत हासिल कर सकता है। इसे भी पढ़ें: चुनाव बाद की हिंसा टालने के लिए कुछ राज्यों में केंद्रीय बलों को बरकरार रखने का निर्णय: CECसबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जा रही है और फिर ईवीएम खोली जाएंगी। 543 सदस्यीय लोकसभा (सूरत और इंदौर सीटों पर निर्विरोध) के लिए मतदान 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में आयोजित किया गया था। सात चुनाव चरणों के लिए मतदान 19 अप्रैल (चरण 1), 26 अप्रैल ( चरण 2), 7 मई (चरण 3), 13 मई (चरण 4), 20 मई (चरण 5), 25 मई (चरण 6), और 1 जून (चरण 7) थे। अंतिम चरण के मतदान के बा

Lok Sabha Election Results 2024: मोदी की होगी वापसी या इंडिया ब्लॉक का दिखेगा दम? अब निर्णय की बारी...मतगणना शुरू
छह सप्ताह में सात दौर के मतदान और रिकॉर्ड संख्या में वोट पड़ने के बाद, भारत एक ऐतिहासिक फैसले के मुहाने पर खड़ा है। आज, देश को पता चल जाएगा कि क्या भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) अपना शासन जारी रखेगा या क्या कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्षी इंडिया गुट उम्मीदों को खारिज कर सत्ता में आएगा। लोकसभा चुनाव को लेकर अब वोटों की गिनती शुरू हो गई है। एग्जिट पोल ने ज्यादातर सर्वसम्मत नतीजे की भविष्यवाणी की है। हालाँकि, 40 विपक्षी दलों वाले इंडिया ब्लॉक को भरोसा है कि वह मतगणना के दिन बहुमत हासिल कर सकता है।
 

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सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जा रही है और फिर ईवीएम खोली जाएंगी। 543 सदस्यीय लोकसभा (सूरत और इंदौर सीटों पर निर्विरोध) के लिए मतदान 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में आयोजित किया गया था। सात चुनाव चरणों के लिए मतदान 19 अप्रैल (चरण 1), 26 अप्रैल ( चरण 2), 7 मई (चरण 3), 13 मई (चरण 4), 20 मई (चरण 5), 25 मई (चरण 6), और 1 जून (चरण 7) थे। अंतिम चरण के मतदान के बाद ज्यादातर ‘एग्जिट पोल’ के पूर्वानुमानों में राजग गठबंधन को 400 पार के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के करीब दिखाया गया है, वहीं ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए 180 सीटों के आंकड़े तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है। 

अतीत में जाकर हम देखें तो चुनावी फैसलों को सभी राजनीतिक दलों द्वारा स्वीकार किया गया है, हालांकि कभी भी निर्वाचन आयोग पर ऐसे गंभीर आरोप नहीं लगे जैसा कि इस बार के चुनाव में विपक्षी दलों ने उस पर लगाए हैं। मतगणना से पहले, एग्जिट पोल में सत्तारूढ़ गठबंधन की भारी जीत का पूर्वानुमान व्यक्त किये जाने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्षी खेमों के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी शुरु हो गया है। कड़वाहट भरे लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘एक्जिट पोल’ को ‘मोदी मीडिया पोल’ कहकर सरसरी तौर पर खारिज कर दिया है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर संदेह जताते रहे ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने प्रधानमंत्री पर इन ‘काल्पनिक’ ‘एग्जिट पोल’ के जरिए नौकरशाही को संकेत भेजने का आरोप लगाया और मतगणना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह करते हुए निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया। 
 

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अपने जवाबी हमले में, भाजपा ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर भारत की चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता पर सवाल उठाने का आरोप लगाया है और आयोग से मतों की गिनती के दौरान ‘हिंसा और अशांति’ के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए कहा है। बहरहाल, अब तो नतीजे ही बताएंगे कि क्या 2014 के बाद से देशभर में लगातार कमजोर होती जा रही कांग्रेस के संगठन और नेतृत्व में भाजपा को चुनौती देने की क्षमता है। लगातार दो लोकसभा चुनावों में वह मुख्य विपक्षी दल का दर्जा पाने तक में भी विफल रही है और वह कुछ राज्यों तक सिमट कर रह गई है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और मुख्य प्रचारक राहुल गांधी समेत पार्टी नेताओं ने दावा किया है कि 543 सदस्यीय लोकसभा में उनके गठबंधन को 295 सीटें मिलेंगी और इसके साथ ही मोदी युग का अंत हो जाएगा। ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं का दावा है कि उनका गठबंधन जन कल्याण को केंद्र में रखकर और संविधान व आरक्षण पर कथित खतरे के इर्द-गिर्द चुनावी विमर्श को आकार देने में सफल रहा और उसे जनता का समर्थन मिलेगा। 

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