Kirodi lal Meena ने Delhi में BJP President Nadda से की मुलाकात, मगर फिर भी नहीं बन पाई बात
राजस्थान के कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ी लाल मीणा ने आज दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान नड्डा ने मीणा को मनाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ अपने वचन का पालन किया है और नाराजगी की कोई बात नहीं है। नड्डा से मुलाकात के बाद किरोडी लाल मीणा ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें 10 दिन बाद फिर मिलने के लिए कहा है।हम आपको बता दें कि मीणा ने बृहस्पतिवार को यह खुलासा करते हुए कहा था कि उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार करने से इंकार कर दिया। मीणा ने कहा था कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है और उन्होंने अपनी उस सार्वजनिक घोषणा के कारण इस्तीफा दिया है कि अगर पार्टी उनके अधीन वाली लोकसभा सीटें हारती है तो वे इस्तीफा दे देंगे। हम आपको बता दें कि मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, टोंक-सवाई माधोपुर और कोटा-बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर प्रचार किया था। भाजपा इनमें से भरतपुर, दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर और धौलपुर-करौली सीट का
राजस्थान के कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ी लाल मीणा ने आज दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान नड्डा ने मीणा को मनाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ अपने वचन का पालन किया है और नाराजगी की कोई बात नहीं है। नड्डा से मुलाकात के बाद किरोडी लाल मीणा ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें 10 दिन बाद फिर मिलने के लिए कहा है।
हम आपको बता दें कि मीणा ने बृहस्पतिवार को यह खुलासा करते हुए कहा था कि उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार करने से इंकार कर दिया। मीणा ने कहा था कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है और उन्होंने अपनी उस सार्वजनिक घोषणा के कारण इस्तीफा दिया है कि अगर पार्टी उनके अधीन वाली लोकसभा सीटें हारती है तो वे इस्तीफा दे देंगे। हम आपको बता दें कि मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, टोंक-सवाई माधोपुर और कोटा-बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर प्रचार किया था। भाजपा इनमें से भरतपुर, दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर और धौलपुर-करौली सीट कांग्रेस से हार गई।
हम आपको यह भी बता दें कि पिछले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद मीणा मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को राज्य का नेतृत्व करने के लिए चुना। पांच बार के विधायक और पूर्व राज्यसभा सदस्य किरोडी लाल मीणा दौसा और सवाई माधोपुर से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।