Kerala Landslide: मुख्यमंत्री विजयन वायनाड में सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे
केरल के वायनाड जिले में भीषण भूस्खलन की घटनाओं के बाद जारी तलाश और बचाव अभियान के बीच मुख्यमंत्री पिनराई विजयन बृहस्पतिवार को यहां एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। जिला प्रशासन ने बताया कि जिले में मौजूद राज्य के मंत्री, वायनाड के विधायक और राजनीतिक दलों के नेता बैठक में शामिल होंगे। एक बयान के अनुसार कांग्रेस नेता एवं वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बनाए गए राहत शिविरों में आने की उम्मीद है। बुधवार रात तक प्राप्त जानकारी के अनुसार भूस्खलन की घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 167 हो गई है जबकि 200 से अधिक लोग घायल हैं। वहीं, 191 लोग अब भी लापता हैं। जिला प्रशासन के अनुसार मृतकों में से 100 की शिनाख्त हो गई है। एक बयान में कहा गया कि तीसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है और सेना, नौसेना तथा तट रक्षकों के दल अट्टामाला, मुंडक्कई और चूरलमाला में सघन तलाश अभियान चला रहे हैं। प्रत्येक टीम के साथ एक श्वान दल भी तैनात किया जाएगा। वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान तेज

केरल के वायनाड जिले में भीषण भूस्खलन की घटनाओं के बाद जारी तलाश और बचाव अभियान के बीच मुख्यमंत्री पिनराई विजयन बृहस्पतिवार को यहां एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
जिला प्रशासन ने बताया कि जिले में मौजूद राज्य के मंत्री, वायनाड के विधायक और राजनीतिक दलों के नेता बैठक में शामिल होंगे। एक बयान के अनुसार कांग्रेस नेता एवं वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बनाए गए राहत शिविरों में आने की उम्मीद है।
बुधवार रात तक प्राप्त जानकारी के अनुसार भूस्खलन की घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 167 हो गई है जबकि 200 से अधिक लोग घायल हैं। वहीं, 191 लोग अब भी लापता हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार मृतकों में से 100 की शिनाख्त हो गई है। एक बयान में कहा गया कि तीसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है और सेना, नौसेना तथा तट रक्षकों के दल अट्टामाला, मुंडक्कई और चूरलमाला में सघन तलाश अभियान चला रहे हैं।
प्रत्येक टीम के साथ एक श्वान दल भी तैनात किया जाएगा। वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान तेज करने के प्रयास में मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 190 फुट लंबा ‘बेली ब्रिज’ बनाया जा रहा है। चौबीस टन भार क्षमता वाले इस पुल का निर्माण बृहस्पतिवारशाम तक पूरा होने की उम्मीद है।
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