Jammu-Kashmir Elections: देश में नफरत फैला रही BJP, राहुल गांधी बोले- हमने मोदी का आत्मविश्वास तोड़ दिया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए जम्मू-कश्मीर के पुंछ के सुरनकोट में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा-आरएसएस ने जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में केवल नफरत और हिंसा फैलाई। भाजपा-आरएसएस पर अपना हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि वे केवल नफरत फैलाना जानते हैं और उनकी राजनीति नफरत की है। आप सभी जानते हैं कि नफरत को नफरत देकर नहीं बल्कि प्यार से खत्म किया जा सकता है। इसे भी पढ़ें: Rahul Gandhi की जम्मू-कश्मीर में आज दो चुनावी रैलियां, 25 सितंबर को 26 सीटों पर होनी है वोटिंगराहुल ने कहा कि 'साफ दिखता है कि जो पहले नरेंद्र मोदी थे वो नरेंद्र मोदी आज नहीं बचे हैं।' विपक्ष जो भी कराना चाहता है, हम करवाते हैं। उन्होंने कहा कि वे एक कानून लाते हैं लेकिन जब हम उसके खिलाफ डटकर खड़े होते हैं तो कानून पारित नहीं होता और वे नया कानून ले आते हैं। उन्होंने कहा कि पहले जो आत्मविश्वास था वह अब ख़त्म हो गया है। हमने नरेंद्र मोदी के मनोविज्ञान को तोड़ दिया है। इसे भी पढ़ें: Jammu-Kashmir में लोकतंत्र को फलता-फूलता देख पाकिस्
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए जम्मू-कश्मीर के पुंछ के सुरनकोट में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा-आरएसएस ने जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में केवल नफरत और हिंसा फैलाई। भाजपा-आरएसएस पर अपना हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि वे केवल नफरत फैलाना जानते हैं और उनकी राजनीति नफरत की है। आप सभी जानते हैं कि नफरत को नफरत देकर नहीं बल्कि प्यार से खत्म किया जा सकता है।
राहुल ने कहा कि 'साफ दिखता है कि जो पहले नरेंद्र मोदी थे वो नरेंद्र मोदी आज नहीं बचे हैं।' विपक्ष जो भी कराना चाहता है, हम करवाते हैं। उन्होंने कहा कि वे एक कानून लाते हैं लेकिन जब हम उसके खिलाफ डटकर खड़े होते हैं तो कानून पारित नहीं होता और वे नया कानून ले आते हैं। उन्होंने कहा कि पहले जो आत्मविश्वास था वह अब ख़त्म हो गया है। हमने नरेंद्र मोदी के मनोविज्ञान को तोड़ दिया है।
यह पहली बार था जब राहुल गांधी चुनाव प्रचार के लिए सुरनकोट आए थे. सुरनकोट में करीबी मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां शाहनवाज चौधरी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार मुश्ताक बुखारी हैं। इसके अलावा, निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद अकरम चौधरी भी मैदान में हैं, जो पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस में थे और अब टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।