आज यानी की 26 सितंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपना 92वां जन्मदिन मना रहे हैं। मनमोहन सिंह की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में की जाती है। बता दें कि साल 2004 से लेकर 2014 तक वह यूपीए सरकार में देश के प्रधानमंत्री पद पर रहे। देश के प्रधानमंत्री के अलावा मनमोहन सिंह शिक्षाविद, नौकरशाह और अर्थशास्त्री भी रहे हैं। इसके अलावा वह साल 1991 से लेकर 1996 तक मनमोहन सिंह नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री पद पर रहे। तो आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
मनमोहन सिंह का सफर
अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव में 26 सितंबर 1932 को मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था। साल 1948 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से मैट्रिक की परीक्षा पास की। फिर आगे की पढ़ाई के लिए वह पंजाब से ब्रिटेन के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी पहुंचे। जहां पर उन्होंने साल 1957 में अर्थशास्त्र की डिग्री हासिल की। इसके बाद मनमोहन सिंह ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से भी डिग्री प्राप्त की। वहीं साल 1971 में वह बतौर आर्थिक सलाहकार के रूप में भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय में शामिल हुए। इसके फौरन बाद साल 1972 में मनमोहन सिंह को वित्त मंत्रालय में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर नियुक्त किया गया।
राज्यसभा के सदस्य
आर्थिक सुधारों के सूत्रधार माने जाने वाले मनमोहन सिंह साल 1991 से लेकर 2024 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। वहीं साल 1991 में वह पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे। फिर साल 1995, 2001, 2007 और 2013 में वह दोबारा राज्यसभा के लिए चुने गए। साल 1998 से लेकर 2004 तक केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। तब मनमोहन सिंह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। हालांकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन वह जीत हासिल करने में सफल नहीं रहे।
राज्यसभा सांसद
बता दें कि साल 1999 में कांग्रेस ने मनमोहन सिंह को दक्षिण दिल्ली से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन तब मनमोहन सिंह को भाजपा के उम्मीदवार विजय कुमार मल्होत्रा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस दौरान भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार मल्होत्रा को 2,61,230 वोट मिले थे। वहीं मनमोहन सिंह को 2,31,231 वोट मिले थे। जबकि तीसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद शरीफ थे। हार का सामना करने के बाद भी मनमोहन सिंह लगातार 33 साल तक संसद राज्यसभा सासंद के तौर पर रहे।
इसके अलावा डॉ. सिंह ने अन्य कई सरकारी पदों पर भी काम किया था। वह वित्त मंत्रालय में सचिव पद रह रहे। वह इस योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे। इसके साथ ही मनमोहन सिंह भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे और प्रधानमंत्री के सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष पद पर रहे। साल 1991 से 1996 तक वह देश के वित्त मंत्री रहे, इस दौरान देश इकॉनोमिक क्राइसिस से गुजर रहा था। इस दौरान डॉ मनमोहन सिंह के आर्थिक सुधारों की दिशा में दिए गए योगदान को दुनिया आज भी सलाम करती है।