Bijapur Naxalites Attack| छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला, बीजापुर में एसटीएफ के दो जवान घायल
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार रात माओवादियों ने हमला कर दिया है। माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी हमले में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के दो जवान शहीद हो गए। इस हादसे में चार अन्य घायल भी हुए है। यह घटना तर्रेम क्षेत्र में उस समय घटी जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम बीजापुर-सुकमा-दंतेवाड़ा जिलों के त्रि-जंक्शन पर जंगलों में माओवाद-विरोधी अभियान के बाद लौट रही थी। मंगलवार को शुरू हुए इस अभियान में एसटीएफ, जिला रिजर्व गार्ड (राज्य पुलिस की दोनों इकाइयां) - केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा के जवान शामिल थे। बीजापुर पुलिस ने एक बयान में कहा, "दरभा और पश्चिम बस्तर डिवीजन और सैन्य कंपनी नंबर 2 से संबंधित नक्सलियों की उपस्थिति के बारे में खुफिया जानकारी मिलने पर, उक्त जिलों से एसटीएफ, डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की टीमें 16 जुलाई को एक संयुक्त अभियान में विशेष अभियान पर गईं।" जब जवान ऑपरेशन समाप्त कर लौट रहे थे, तो माओवादियों ने उन्हें आईईडी से निशाना बनाया। हमले में मारे गए दो जवानों की पहचान रायपुर निवासी भरत साहू और नारायणपुर जिले के निवासी सत्येर सिंह कांग
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार रात माओवादियों ने हमला कर दिया है। माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी हमले में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के दो जवान शहीद हो गए। इस हादसे में चार अन्य घायल भी हुए है। यह घटना तर्रेम क्षेत्र में उस समय घटी जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम बीजापुर-सुकमा-दंतेवाड़ा जिलों के त्रि-जंक्शन पर जंगलों में माओवाद-विरोधी अभियान के बाद लौट रही थी।
मंगलवार को शुरू हुए इस अभियान में एसटीएफ, जिला रिजर्व गार्ड (राज्य पुलिस की दोनों इकाइयां) - केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा के जवान शामिल थे। बीजापुर पुलिस ने एक बयान में कहा, "दरभा और पश्चिम बस्तर डिवीजन और सैन्य कंपनी नंबर 2 से संबंधित नक्सलियों की उपस्थिति के बारे में खुफिया जानकारी मिलने पर, उक्त जिलों से एसटीएफ, डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की टीमें 16 जुलाई को एक संयुक्त अभियान में विशेष अभियान पर गईं।" जब जवान ऑपरेशन समाप्त कर लौट रहे थे, तो माओवादियों ने उन्हें आईईडी से निशाना बनाया।
हमले में मारे गए दो जवानों की पहचान रायपुर निवासी भरत साहू और नारायणपुर जिले के निवासी सत्येर सिंह कांगे के रूप में हुई है। इस बीच, पुलिस ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए हैं और घायल एसटीएफ जवानों के समुचित उपचार के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। पिछले महीने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में छह माओवादी मारे गए थे। यह नक्सलियों के हमलावर बल का एक स्तंभ माने जाने वाली पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की कंपनी नंबर 6 पर सुरक्षा बलों द्वारा किया गया सबसे बड़ा हमला था। यह मुठभेड़ 6 जून को ओरछा थाना क्षेत्र के गोबेल और थुलथुली गांवों के पास हुई थी। पुलिस ने बताया कि माओवादियों पर कुल 38 लाख रुपए का इनाम रखा गया था।