Bihar में बढ़ा बाढ़ का खतरा, खतरे के निशान से ऊपर बह रही कई नदियां, सीएम नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण
पिछले 24 घंटों में बिहार के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के कारण कोसी, महानंदा, बागमती, गंडक, कमला बलान और कमला सहित प्रमुख नदियाँ कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि नदियाँ कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जबकि कुछ स्थानों पर वे चेतावनी के स्तर को छू गई हैं। बागमती नदी का जलस्तर सीतामढी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, औराई और सुप्पी तथा आसपास के अन्य इलाकों में खतरे के निशान को छू गया है। इसे भी पढ़ें: Tejashwi Yadav ने बिहार में एक और पुल ढहने का किया दावा, अधिकारी का अलग बयानगोपालगंज और सिधवलिया में गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसी तरह कमला बलान नदी भी मधुबनी, लखनौर और झंझारपुर में खतरे के निशान को छू गयी। कमला नदी भी मधुबनी और जयनगर के कुछ इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अररिया में परमान नदी खतरे के निशान 47 मीटर से ऊपर बह रही है, वहीं महानंदा पूर्णिया और बैसी में खतरे के निशान को पार कर गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में भारी बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर बढ़ने पर प
पिछले 24 घंटों में बिहार के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के कारण कोसी, महानंदा, बागमती, गंडक, कमला बलान और कमला सहित प्रमुख नदियाँ कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि नदियाँ कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जबकि कुछ स्थानों पर वे चेतावनी के स्तर को छू गई हैं। बागमती नदी का जलस्तर सीतामढी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, औराई और सुप्पी तथा आसपास के अन्य इलाकों में खतरे के निशान को छू गया है।
गोपालगंज और सिधवलिया में गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसी तरह कमला बलान नदी भी मधुबनी, लखनौर और झंझारपुर में खतरे के निशान को छू गयी। कमला नदी भी मधुबनी और जयनगर के कुछ इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अररिया में परमान नदी खतरे के निशान 47 मीटर से ऊपर बह रही है, वहीं महानंदा पूर्णिया और बैसी में खतरे के निशान को पार कर गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में भारी बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर बढ़ने पर पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों का सोमवार को हवाई सर्वेक्षण किया।
नीतीश कुमार ने आज (सोमवार को) पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण एवं गोपालगंज जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने गंडक बराज का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। कोसी और लाल बकेया नदियाँ पहले ही खगड़िया, बेलदौर और सीतामढी और इसके आसपास के इलाकों में चेतावनी स्तर को छू चुकी हैं। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है और संबंधित जिला प्रशासन द्वारा लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
राज्य के गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बगहा, पूर्णिया, सुपौल, दरभंगा, खगड़िया और झंझारपुर में कुछ स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को सुपौल और बसंतपुर इलाकों में कोसी का जलस्तर लाल निशान से ऊपर था। अधिकारियों ने आगाह किया कि जलस्तर में और वृद्धि होने की उम्मीद है क्योंकि नेपाल में कोसी और गंडक नदियों के साथ बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है।