Bahraich Wolf Attacks | बहराइच में अकेले बचे भेड़िये 'लंगड़ा सरदार' ने सोते हुए 2 बच्चियों पर किया हमला
बहराइच में पिछले डेढ़ महीने में भेड़ियों के कई हमले हुए हैं, जिनमें नौ बच्चों समेत 10 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। बहराइच में भेड़ियों के हमलों में कम से कम 36 लोग घायल हुए हैं। वन विभाग ने 'ऑपरेशन भेड़िया' के तहत बहराइच में लोगों को आतंकित करने वाले छह भेड़ियों के झुंड में से पाँच को पकड़ लिया है और क्षेत्र में बचे अकेले नर भेड़िये ने बुधवार की सुबह दो बच्चों पर हमला कर दिया। इसे भी पढ़ें: राहुल गांधी के आवास के बाहर खिलाफ BJP का प्रदर्शन, विदेशी धरती से भारत को बदनाम करने का लगाया आरोप बहराइच जिले के गड़रियन पुरवा गांव में भेड़िये ने 11 वर्षीय सुमन पर हमला किया। भेड़िया रात करीब 12 बजे उनके घर में घुसा और चारपाई पर सो रही लड़की की गर्दन पकड़कर उसे घसीटकर पास के खेत में ले गया। उसके परिवार के सदस्यों ने मदद के लिए आवाज़ लगाई, जिसके बाद अन्य ग्रामीण खेत में घुसे और भेड़िये को भगाया। सुमन के परिवार ने कहा कि वे गरीब होने के कारण अपने घर में दरवाज़ा नहीं लगा पा रहे थे। उसे बहराइच के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।दूसरी घटना में, बहराइच के खैरीघाट गांव में भेड़िये ने 11 वर्षीय शिवानी
बहराइच में पिछले डेढ़ महीने में भेड़ियों के कई हमले हुए हैं, जिनमें नौ बच्चों समेत 10 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। बहराइच में भेड़ियों के हमलों में कम से कम 36 लोग घायल हुए हैं। वन विभाग ने 'ऑपरेशन भेड़िया' के तहत बहराइच में लोगों को आतंकित करने वाले छह भेड़ियों के झुंड में से पाँच को पकड़ लिया है और क्षेत्र में बचे अकेले नर भेड़िये ने बुधवार की सुबह दो बच्चों पर हमला कर दिया।
बहराइच जिले के गड़रियन पुरवा गांव में भेड़िये ने 11 वर्षीय सुमन पर हमला किया। भेड़िया रात करीब 12 बजे उनके घर में घुसा और चारपाई पर सो रही लड़की की गर्दन पकड़कर उसे घसीटकर पास के खेत में ले गया। उसके परिवार के सदस्यों ने मदद के लिए आवाज़ लगाई, जिसके बाद अन्य ग्रामीण खेत में घुसे और भेड़िये को भगाया। सुमन के परिवार ने कहा कि वे गरीब होने के कारण अपने घर में दरवाज़ा नहीं लगा पा रहे थे। उसे बहराइच के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरी घटना में, बहराइच के खैरीघाट गांव में भेड़िये ने 11 वर्षीय शिवानी पर हमला किया। यह हमला सुबह करीब 4 बजे हुआ जब शिवानी अपनी मां के साथ झोपड़ी में सो रही थी। भेड़िये ने बच्ची को गर्दन से पकड़ लिया और उसे ले जाने लगा। हालांकि, ग्रामीणों ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया, जिसके बाद वह भाग गया। भेड़िये के पैरों के निशान मिलने की सूचना मिली है। उसे महसी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया है।
वन विभाग ने रात में इलाकों में गश्त करने के लिए कई टीमें बनाई थीं और भेड़ियों को भगाने के लिए हाथी के गोबर और मूत्र का इस्तेमाल कर रहे थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने भेड़ियों के हमलों को 'वन्यजीव आपदा' घोषित किया है।