Assam Flood : काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 17 पशु डूबे, 72 को बचाया गया
गुवाहाटी। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अभी तक 17 पशुओं की डूबने के कारण मौत हो चुकी है और 72 अन्य को बाढ़ के पानी से बचाया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि उद्यान में 11 हॉग हिरण की मौत डूबने से हुई जबकि पांच की मौत इलाज के दौरान हुई। वन अधिकारियों ने 63 हॉग हिरण, दो-दो ऊदबिलाव व साम्भर और एक स्कोप उल्लू सहित 72 जानवरों को बचा लिया है। अधिकारी ने बताया कि अभी 26 जानवरों का उपचार हो रहा है जबकि 29 अन्य पशुओं को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बुधवार तक डूबने के कारण 11 पशुओं की मौत हो गयी थी जबकि 65 अन्य को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से बचाया गया था। अधिकारी ने बताया कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में कुल 233 कैम्प में से 141 अब भी जलमग्न हैं। इस बीच, राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने तथा वाहनों की गति 20 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रखने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गयी है।
गुवाहाटी। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अभी तक 17 पशुओं की डूबने के कारण मौत हो चुकी है और 72 अन्य को बाढ़ के पानी से बचाया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि उद्यान में 11 हॉग हिरण की मौत डूबने से हुई जबकि पांच की मौत इलाज के दौरान हुई। वन अधिकारियों ने 63 हॉग हिरण, दो-दो ऊदबिलाव व साम्भर और एक स्कोप उल्लू सहित 72 जानवरों को बचा लिया है।
अधिकारी ने बताया कि अभी 26 जानवरों का उपचार हो रहा है जबकि 29 अन्य पशुओं को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बुधवार तक डूबने के कारण 11 पशुओं की मौत हो गयी थी जबकि 65 अन्य को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से बचाया गया था। अधिकारी ने बताया कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में कुल 233 कैम्प में से 141 अब भी जलमग्न हैं। इस बीच, राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने तथा वाहनों की गति 20 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रखने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गयी है।